कैसे बनेगा विकलांगता सर्टिफिकेट ? ये एक बडा सवाल

अम्बिकापुर
जिले के विकलांगों का विकलांग प्रमाण पत्र व आधार कार्ड बनाने जैसी योजनाओं का लाभ दिलाने निःशक्त जन सेवा समिति द्वारा काफी प्रयास किये गये थे। जिससे की शनिवार को जिला चिकित्सालय में निःशक्त जनों हेतु प्रमाण पत्र जारी करने विशेष शिविर का आयोजन किया गया था। किन्तु काफी दूर से आये विकलांगों को इस शिविर का लाभ नहीं मिल पाया। एक तो डाॅक्टर समय पर नहीं पहुंचे और जब पहंुचे तो यह कह कर सभी को वापस कर दिया कि अब सोमवार को प्रमाण पत्र बनाये जायेंगे। काफी दूर-दूर से पहुंचे निःशक्त जनों तब निःशक्त सेवा समिति के पदाधिकारियों को फोन करके बुलाया और तब जाकर डाॅक्टरों ने निःशक्तों के फार्म लिये गये।
निःशक्त सेवा समिति की रिता अग्रवाल ने बताया कि उदयपुर विकासखण्ड के सलका और डाड़गांव के करीब 12 निःशक्त जन गाड़ी किराये पर कर जिला अस्पताल पहुंचे थे ताकि उनका विकलांग प्रमाण पत्र बन सके और उन्हें सरकारी योजनाओं को लाभ मिल सके। किन्तु चिकित्सकों की लापरवाही और अनुपस्थिति के कारण किसी का भी प्रमाण पत्र नहीं बन पाया। अब निःशक्त जन सेवा समिति अपनी ओर से पहल कर प्रमाण पत्र बनवायेगी। आज आने वालों में लखन राम, लाल बहादुर, लक्ष्मी नारायण, बसंती कुमारी, भुनेश्वर, तलकेश्वरी, नइहारो, उजीयार, भोजराय सहित कई लोग पहुंचे थे। किन्तु किसी का भी विकलांग प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सका। इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों तक की जायेगी तथा अब इन निःशक्तजनों के घर पहुंच सभी को प्रमाण पत्र दिया जाये, ऐसी मांग प्रशासन के समक्ष निःशक्तजन सेवा समिति रखेगी।