किसने और क्यों कहा झूला वापस नही मिलेगा तो जहर खा कर आत्महत्या कर लुंगा..?

झुला संचालक ने जिला पंचायत सीईओ पर झुला जब्त करने का लगाया आरोप

जांजगीर-चाम्पा-संजय यादव  जाज्वल्य देव लोक महोत्सव मे आयोजित मेले के समय झुला लगाने को टेंडर जिला पंचायत से जारी हुआ जिसमें जशपुर निवासी प्रदीप गुप्ता डिजनी लैंन्ड संचालक ने 8.50 लाख का टेंडर लेकर मेले मे झुला लगाया पर मेला मात्र दो दिन चलने के बाद समापन हो गया जिससे झुला संचालक अपनी कमाई नही कर पाया। जिससे उसे नुकसान उठाना पड़ा । अब अन्य जगह जाने के लिए झुला समेटने लगा तभी एसडीएम केा टेंडर का पुरा राशि जमा नही करने पर झुला को जब्त कर लिया हैं. अब इधर झुला संचालक 7 दिनो से अपना सारा झुला का समान लेकर हाईस्कूल मैदान पर बैठा हुआ है वही झुला संचालक का कहना है कि वो अभी 2.50 लाख रूपये जमा कर चुका है बाकि का राशि इसी जिले के अन्य जगल झुला लगाकर वापस कर दुंगा . अगर मेरा समान जिला प्रशासन वापस नही देता है तो मै यही जहर खा कर आत्म हात्या कर लुंगा। संचालक का कहना है कि मेरा सारा समान छोड़ कर कुछ झुला प्रशासन जब्त रखना चाहता है तो रख लें या मेरे से लिखवा ले। कही अन्य जगह कमाई होते ही पुरा राशि जमा कर दुंगा। लेकिन दुसरी ओर जिला पंचायत सीईओं का कहना है कि टेंडर के हिसाब से 8.50 लाख की राशि जमा नही करने पर झुला संचालक पर कार्रवाई की गई है। पूरा राशि जमा कर अपना समान ले जा सकता हैं।

ये भी है आरोप..
झुला संचालक का आरोप है कि मेरा पास 16 आइटम के झुले है मेला शुरू होने से पहले मै यहां जगह देखने आया था पर जगह छोटा होने की वजह से मेला मे मै झुला नही लगना चाहता था मेरे उपर दबाव बनाया गया कि टेंडर तुमको ही मिलेगा इस लिए कुछ ही झुला मै लगाया लेकिन दो दिन मे कमाई नही होने की वजह से पुरा राशि अभी नही दे पा रहा हूं। अन्य जगह झुला लगाकर पूरी राशि जमा कर दुंगा पर जिला प्रशासन मेरा समान वापस कर दें। संचालक का कहना की आज करके 7 दिन हो गये मेरे को लेबर का पेमेंट करना होता है झुला यही रखा रहेगा तो मै अन्य मेले मे कैसे झुला पाउगां। झुला संचालक ने इसकी शिकायत कलेक्टर से भी लिखित में किया है।

एक सवाल ये भी..
इस प्रकार देखा जाय तो किसी फर्म की टेंडर खुलने पर कुछ राशि एड़वास में ली जाती है पर जिला पंचायत बिना टेंडर की राशि लिये कैसे झुला लगाने का अनुमति दे दिया ।