अलर्ट के बाद भी नहीं जागे समिति प्रबंधक.. बारिस में भीगा धान तो तिरपाल लेके दौड़े..!

@krishnmohan

बलरामपुर छत्तीसगढ़ में समुद्रतट पर आए चक्रवाती तूफान का असर देखने को मिल रहा है,इतना ही नही मौसम विभाग ने मौसम के बदलते मिजाज को लेकर 48 घण्टे पूर्व ही चेतवानी जारी कर दी है। वही छत्तीसगढ़ ,उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, झारखण्ड मध्यप्रदेश जैसे प्रान्तों में तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी की खबरे भी आ रही है।

मियाद पूरी होने के बाद उठाव नही..

इसके अलावा राज्य में समर्थन मूल्य पर किसानों के धान खरीदने की मियाद 31 जनवरी को पूरी हो चुकी है,बावजूद इसके धान खरीदी संग्रहण केंद्रों में  धान खुले आसमान के  नीचे लाट की लाट के संख्या में रखे हुए है,और इस बे मौसम बारिश ने उठाव के अभाव में पड़े करोड़ो के धान भीग रहे है।

जब प्यास लगी,तब खोदा जा रहा कुआ…

दरसल बलरामपुर मुख्यालय में खुले आसमान के नीचे रखा धान भीग रहा है,जिसे हल्की बूंदाबांदी के बाद समिति प्रबन्धक अब तिरपाल से ढक रहे है,जबकि मौसम विभाग ने 48 घण्टे पहले एलर्ट जारी कर दिया था,तथा मौके पर जो नजारा बलरामपुर इस तरह से दिख रहा है,तो जिले और विकासखण्डों के धान खरीदी केंद्रों के हालात क्या होंगे ?

जिले में 109412 मीट्रिक टन धान की खरीदी कि गई है,और बिन मौसम बारिश में भीग रहे धानो को लेकर जिम्मेदार अधिकारी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है,जो कि समझ से परे है।