अभाविप ने बंद कराया कॉलेज, ठप रही पढ़ाई

चिरमिरी से रवि कुमार सावरे की रिपोर्ट 

  • अभाविप ने कॉलेज बंद कराया, ठप रही पढ़ाई
  • लहड़ी कॉलेज की व्यवस्थाओं में सुधार की मांग

लहड़ी कॉलेज की अव्यवस्थाओं को लेकर बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की नगर इकाई ने कॉलेज बंद करवाया। करीब तीन घंटे तक शैक्षणिक कार्य बंद रहा। इसके बाद अभाविप ने प्राचर्य के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ ही कॉलेज की समस्याओं के निराकरण की मांग की।
ज्ञापन में कहा कि क्षेत्र के एक मात्र कॉलेज में 5 ब्रांचों के पाठ्यक्रम संचालित हैं। सैकडों विद्यार्थी कॉलेज में अध्ययन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन कॉलेज में व्याप्त अव्यवस्थाओं के कारण विद्यार्थियों को दिक्कत होती है। अभाविप कॉलेज प्राचार्य को ज्ञापन सौंपने पहुंची थी। परिषद ने बिगड़ते परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए कई बार प्राचार्य, कलेक्टर, व कुलपति को ज्ञापन प्रेषित किया, लेकिन हालात नहीं बदले।

इस मौके पर अभाविप के प्रदेष कार्यकरणी सदस्य सौरभ नगर उपाध्यक्ष दानष्याम कष्यप् नगर सह मंत्री पी.निखिल , अभिषेक डगांवकर कॉलेज अध्यक्ष रुखसार बानो उपाध्यक्ष सीमा गुप्ता सचीव सुरुची सिंह सह सचीव देवनीत कलेर नगर प्रतिनिधी सैलजा दुबे युवा नेता सुमित डे सहित सैकड़ों विद्यार्थी मौजूद थे । unnamed (11)

 

ये रखी मांगें
– विष्वविधायलय द्वारा बहुत सारे छात्रों के यू.एफ.एम व रोके गए परिणाम व
पुर्नमूल्याकन के आज दिनांक तक न निकाला जाना।

– विष्वविधायलय द्वारा पुर्नमूल्याकन परिणाम पूरक परिक्षा के पष्चात विलम्ब
से निकाला जाना, जिसके कारण बहुत सारे छात्रा/छात्रायों को अनुत्तीर्ण
से पूरक परिक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाए,ऐसे छात्रो के लिए पुनः पूरक
परिक्षा का आयोजन करवाया जाना। ताकि उनका एक वर्ष बर्बाद होने से
बच सके

– ऐसे छात्रा/छात्राएं जो छात्रव्ृत्ति लेने चाहते हैं लेकिन पूरक होने के
कारण अस्थायी प्रवेष लिए हैं व पूरक में सम्मिलित हुए है जिनका परिणाम
आज दिनांक तक अप्राप्त है। ऐसे छात्रों की छात्रावृत्ति निरस्त न किया
जाना।

– लाइबे्ररी में नवीन पुस्तकों का सकलन न होने के कारण छात्र/छात्राएं
पढाई से वचित हो रहे है। एवं उन्हे बाजार से किताब क्रय कर
अतिरिक्त खर्च वहन करना पड रहा है।

– महाविधालय में बिल्डिग पोताई एंव मरम्त कराया जाना ।

-पीने के पानी की व्यवस्था की जाए।

-नियमित कक्षाएं संचालित हो।

-विद्यार्थी के आने-जाने के लिए बस की व्यवस्था हो।

-छात्रवृत्ति की प्रक्रिया सरल की जाए।

-स्टाफ की कमी को दूर किया जाए।