शासकीय जमीन को बेजा कब्जा से बचाने राजस्व विभाग नहीं है गंभीर… बिना एनओसी के तान दिया पेट्रोल पंप… मार्केटिंग सोसायटी का दावा शासकीय जमीन में खोला गया जा रहा पेट्रोल पंप…

जांजगीर चांपा। केरा रोड स्थित जमीन खसरा नं.2494/1 -2496/1 शामिल रकबा 3.90 व 1.10 एकड़ कुल रकबा 5.00 एकड़ भूमि मार्केटिंग सहकारी विपणन संस्था मार्यादित के नाम से आंबंटित है। जिसमें सिघांनिया द्वारा पेट्रोल पंप निर्माण कराया जा रहा है। इस निर्माण में पेट्रोल पंप संचालक ने न तो नगर पालिका ने अनुज्ञा लिया है। न ही इस जमीन का सीमांकन कराया है। जिसके कारण यह जमीन में विवाद शुरू हो गया है।

मार्केटिंग सोसायटी का दावा है कि यह भूमि शासकीय हैं जो मार्केटिंग सोसयटी नाम पर है। वही पेट्रोल पंप संचालक सिघांनिया का दावा है कि उसका पैतृक जमीन हैं। इन्ही विवादो के बीच यह मामला फंसा हुआ है। मार्केटिंग सोसयटी के कर्मचारीयों ने कई बार लिखित में इस विवाद को सुलझााने के लिए तहसील कार्यालय में सीमांकन के लिए आवेदन कर थक गये हैं लेकिन तहसीलदार के अलावा राजस्व विभाग की अधिकारीयों के उदासीनता के कारण सीमांकन नही होने के कारण विवाद की स्थिति बन गई है। वही शासकीय जमीन में पेट्रोल पंप का निर्माण किया जा रहा है। पेट्रोल पंप के निर्माण के लिए संचालक भी नगर पालिका से अनुज्ञा प्रमाण नही लिया हैं।

इस प्रकार देखा जा रहा है बिना अनुमति के शहर मे अवैध प्लाटिंग के अलावा अवैध तरीके से पेट्रोल पंप का निर्माण हो जाना शासकीय विभागो के उदासीनता ही कही जा सकती है। अब जब मामला तुल पकड़ा है तो नगर पालिका के अधिकारी पेट्रोल संचालक को निर्माण रोक कर नोटिस देने की बात कह रहा है। वही तहसील विभाग के अधिकारीयो के पास समय नही है कि जाकर मौके जमीन का सीमांकन कर शासकीय भूमि को बचाया जा सके।

मार्केटिंग सोसायटी पटा रहा जमीन का वर्षो से टैक्स…

जिस जमीन को पेट्रोल पंप संचालक सिंधानिया द्वारा पंप का निर्माण कराया जा रहा हैं उस रकबें के जमीन का टैक्स मार्केटिंक सोसायटी द्वारा वर्षो से पटाते आ रहा है। नगर पालिका के अलावा टीएनसी मे भी टैक्स पटा रहा है। अगर टैक्स पटा रहा है जो किस हिसाब से पेट्रोल पंप संचालक उस जमीन को अपना बता रहा है यह जांच के बाद ही सामने आयेगा।