बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर ग्रामीणों ने किया हाईवे पर चक्का जाम..

चार कर्मचारियों को हटाने व व्यवस्था सुधारने के आश्वासन पर हटा चक्का जाम

अंबिकापुर 

उदयपुर से “क्रांती रावत”

ब्लाॅक मुख्यालय के आसपास एवं दूरस्थ ग्रामीण अंचलों मानपुर, महेशपुर, जगरनाथपुर, कुमडेवा, सायर, बिच्छलघाटी में विगत तीन चार माह से लगभग ठप्प चल रही विद्युत व्यवस्था को लेकर गुरूवार को डेढ़ बजे करीब सैकड़ों ग्रामीणों ने अम्बिकापुर-बिलासपुर हाईवे पर नया बस स्टैण्ड के सामने मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। आंदोलनकारी ग्रामीणों ने सड़क के बीचो बीच टायर जलाकर मार्ग को पूरी तरह से अवरूद्ध कर दिया। मार्ग अवरूद्ध होने से सड़क के दोनों ओर ट्रकों, बसों सहित अन्य वाहनों की लम्बी कतारे लग गयी। छोटी वाहनें भी इस दौरान जाम में फंसी रही। चक्का जाम की सूचना ग्रामीणों द्वारा सोमवार को अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय में लिखित में देकर व्यवस्था में सुधार की मांग की गयी थी। ग्रामीणों की मांगों में तीन चार माह से ठप्प चल रहे विद्युत व्यवस्था को प्रारंभ करने, लखनपुर क्षेत्र से हो रहे सप्लाई को उदयपुर से जोड़ने की मांग प्रमुख थी। साथ ही बारिश के महीनों में विद्युत के अभाव में सांप बिच्छुओं के हमलों से जन हानि की आशंका व्यक्त की गयी थी। इन सब मांगों पर सुनवाई नही होता देख गुरूवार को दोपहर डेढ़ बजे करीब सैकड़ों ग्रामीणों ने अम्बिकापुर-बिलासपुर हाईवे पर उदयपुर नया बस स्टैण्ड के सामने मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम की सूचना पर विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों सहित प्रशासनिक अमला भी मौके पर तहसीलदार बी कुजूर के नेतृत्व में दल बल सहित पहुंचा। आंदोलनकारियों को विद्युत विभाग के सहायक यंत्री ग्रामीण अम्बिकापुर टी आर कोसारिया ने तहसीलदार बी कुजूर एवं मण्डल अध्यक्ष राधेश्याम सिंह के समक्ष ग्रामीणों को आश्वस्त किया की मांगों पर जल्द से जल्द कार्यवाही की जायेगी। ग्रामीण क्षेत्र जिनकी विद्युत सप्लाई लखनपुर सब स्टेशन से की जा रही है उन्हे जल्द से जल्द उदयपुर से जोड़ा जायेगा। इस संबंध में विभागीय प्रक्रिया जारी है डेढ़ से दो माह में जमीनी स्तर पर कार्य प्रारंभ हो जायेगा।चार कर्मचारियों के खिलाफ शिकायतें आयी है उनमें मोहर साय, किशुन पैकरा, विपता भगत एवं संजय राठौर शामिल है। इन कर्मचारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लापरवाही कर अपने कर्तव्यों को सही ढंग से नहीं निभाया जा रहा है इन्हे उदयपुर से अन्यंत्र भेजा जायेगा। विद्युत व्यवस्था निर्बाध रूप से जारी रखने जिन क्षेत्रों में वर्तमान में लाईन चालू नहीं है वहां तत्काल कर्मचारी भेजकर व्यवस्था में सुधार करवाया जा रहा है। गर्मी के मौसम में जिन कृषकों का सर्वे किया गया था वहां विद्युत व्यवस्था हेतु डिमांड नोट प्राधिकरण में भेजा गया है डिमांड नोट स्वीकृत होकर आते ही उन कृषकों को विद्युत कनेक्शन प्रदान करने की बात भी मौके पर बतायी गयी। सहायक यंत्री ने ग्रामीणों को यह भी बताया कि अधिकारी कर्मचारियों द्वारा समस्या का समाधान नहीं करने की स्थिति में टोल फ्री नम्बर 1912 में काॅल कर चैबीसों घंटे कभी भी समस्या बतायी जा सकती है उपस्थित ग्रामीणों ने और भी कई समस्याओं का जिक्र किया जिनमें बिजली बिल का अधिक आना, बगैर मीटर रीडिंग के बिल भेजना और विद्युत ठेकेदारों द्वारा काम किये मजदूरों का मजदूरी भुगतान नहीं करना शामिल है। आंदोलनकारियों ने व्यवस्था में सुधार नहीं होने की दशा में पन्द्रह दिन बाद फिर आंदोलन की चेतावनी है। इस दौरान जाम लगभग आधे घंटे तक चला। चक्का जाम स्थल पर थाना प्रभारी सुरित सारथी भी दल बल सहित डटी रही।