Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल पर कार्रवाई की मांग, जानें क्या है पूरा मामला



कांकेर। बालोद में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने जैन समाज के संतों को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की, जिसे लेकर नपं नरहरपुर में भी जैन समाज व अन्य समाजजनो ने मिलकर अमित बघेल के खिलाफ कलेक्टर के नाम तहसीलदार अखिलेश धु्‌व व थाना प्रभारी नरेश दीवान को लिखित ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई करने की मांग की है।

इस मामले में मुकेश संचेती ने बताया कि छत्तीसगढ़ियों क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल द्वारा बालोद के कार्यक्रम में अपने भाषण में जैन संतों को लेकर अमर्यादित बयान दिया गया तथा अपने भाषण में यह कहा गया कि अगर रूरत पड़ी, ये परदेशिया मन के घलोक जीव बली दे ल पड़ही। जीव के सेवा दे ल पड़ही। इस तरह का विवादित बयान इंटरनेट मीडिया के माध्यम से देखने को मिला, लेकिन छत्तीसगढ़ अपनी संस्कृति व समाजिक सद्भावना के लिए पहचानी जाती है। जहां सभी जाति धर्म समाज के लोग रहते हैं और सभी एक दूसरे का सम्मान करते हैं वहां पर कुछ तथाकथित लोग जातिवाद, क्षेत्रवाद का उन्माद फैलाकर छत्तीसगढ़ की शांति भंग कर रहे हैं, जो दुर्भाग्य पूर्ण है। आखिर कौन लोग हैं ये जो जातिवाद का हर छत्तीसगढ़ में हो रहे इनका मक़सद क्या है यह समझना होगा। क्यूं ऐसे लोग छत्तीसगढ़ को जाति, धर्म के नाम पर बांटने का प्रयास कर रहे हैं, यह हमें समझना होगा और आने वाले समय में ऐसे लोगों को जवाब देना ही होगा।

ज्ञापन देने वालों में जैन समाज को अन्य समाज जनों का भी साथ सहयोग व समर्थन मिला। जिसके लिए जैन समाज ने आभार व्यक्त किया। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख भागवत नेताम, डा. लक्ष्‌मण शुक्ला, धनेश कौशिक, शीतल प्रसाद साहू, लक्ष्‌मीनारायण साहू, आशा राम जूरी, रामकुमार पटेल, तौफिक खान सहित जैन समाज से कैलाश पगारिया, किशोर पगारिया, जसराज चोपड़ा, यश पगारिया समेत बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए।