जांजगीर चांपा। जांजगीर नैला नगर पालिका में भ्रष्ट्राचार चरम पर है। यहां आये दिन किसी न किसी योजनाओं में कई तरह के अनियमितताएं सामने आ रहे है। नगर पालिका जांजगीर नैला मे सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस आसीन है। शहर में शौचालय निर्माण, आवास निर्माण या किसी निर्माण मे भ्रष्ट्राचार दर्जनो ऐसे मामले है जिसको लेकर भाजपा के पार्षद एकजुट लामबंद होकर आज राज्यपाल के नाम लिखित में कलेक्टर हो शिकायत किये हैं। पार्षदो का आरोप है कि नगर पालिका जांजगीर नैला में छत्तीसगढ़ सरकार के महती योजना पौनी पसारी योजना के क्रियान्वयन में नियमांे को ताक मे रखकर भारी अनियमितता व लापरवाही बरती गई है। शासन द्वारा निकाय में दो पौनी पसारी योजना स्वीकृति है जिसके निर्माण हेतु अभी तक परिषद में स्थल चयन की प्रकिया अपूर्ण हैं। स्थल चयन नही होने के बाद भी निकाय द्वारा निविदा क्रं.64278/2105.2020 एंव क्रं.64255/21.05.2020 निविदा जारी की गई तथा निविदा मे न्यूनतम दर क्रमंशः 21.20 प्रतिशत कम आकाश इन्फाटेक एवं 26.10 प्रतिशत कम यश कंस्ट्रक्शन के प्राप्त हुए थे।
जिसे निविदा समिति एवं परिषद की सामान्य सभा की बैठक दिनांक 9.11.2020 को सर्वसम्मति से दर अनुमोदन किया गया था। परिषद की स्वीकृति के आधार पर संबंधित ठेकेदार/फर्म से अनुबंध कराकर कार्यादेश जारी करना था। कितंु परिषद के निर्णय के विरूध नियमों की अवहेलना करते हुये उक्त विषय को परिषद के संज्ञान मे लाए बिना निविदा को निरस्त क गुपचुप तरीके से द्वितीय निविदा क्रं.78953/01.7.2021 एंव निविदा क्रं.78922/01.7.21 को जारी कर दिया गया. जिसमें न्यूनम दर क्रमशः 2.92 प्रतिशत अधिक यश कंस्ट्रशन एवं 3.7 प्रतिशत अधिक आकाश इंफाटेक से प्राप्त हुये. जिसे परिषद के संज्ञान मे लाए बिना ही चहेते निविदाकारों को लाभ पहुचाने के लिए कार्यआदेश जारी करने की तैयारी की जा रही है।
पूर्व में प्राप्त बिलो निविदा दर को ताक में रखकर द्वितीय अबब निविदो को स्वीकृत करने से शासन/निकाय को लाखों रूपये की आर्थिक क्षती हो रही है। और गंभीर आर्थिक अनियमितता की जा रही है। विदित हो कि पूर्व निविदा तथा वर्तमान निविदा में दोनो फर्म/ठेकेदार वही है और पिछली बार की भांति इस बार भी उन्ही दोनो की दर ही न्यूनतम रही है. जो कि सांठगाठ को दर्शाता है। भाजपा के पार्षदो ने कलेक्टर से शिकायत कर निविदा समिति एंव परिषद द्वारा स्वीकृत दर को कार्यादेश नही देने व बिना परिषद की सहमति के द्वितीय निविदा आमंत्रित करने वाले अधिकारी/कर्मचारी एंव समक्ष व्यक्ति के उपर सुक्ष्म जांच एंव प्रति परीक्षण कराकर अतिशीद्य्र न्यायोचित कार्यवाही करने की मांग की हैं। वही कलेक्टर ने मामले को संज्ञान लेकर जांच का आश्वासन दिया है।