42 गांवों को सफाई की सीख दे रही.. इस जनपद कार्यालय में पसरी है गंदगी.. अधिकारीयों से पूछो तो मिलता है – ये रटा रटाया जवाब!.

अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..करोड़ो रूपये आवंटित कर 42 ग्राम पंचायतों की सूरत बदलने वाला जनपद पंचायत सीतापुर का हाल इन दिनों बदहाल है. लगातार दो दिन से हो रही बारिश ने जनपद मुख्यालय परिसर की सूरत बिगाड़ कर रख दी है. जमा पानी की वजह से पूरा परिसर कीचड़ और गंदगी से पट गया है. जिससे लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.. साथ ही परिसर में फैली इस गंदगी की वजह से कार्यालय भी पूरी तरह गंदगी में तब्दील हो चूका है.

गौरतलब है कि सीतापुर जनपद पंचायत अंतर्गत 42 ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता अभियान चलाने का जिम्मा जनपद पंचायत के कंधों पर है. लेकिन गाँवो में स्वच्छता अभियान का क्रियान्वयन करते करते जनपद पंचायत खुद को स्वच्छ रखना भूल गई. पिछले दो दिनों से हो रही बरसात की वजह से बारिश का पानी जनपद परिसर में जमा हो गया है. जिसकी वजह से पूरा परिसर में कीचड़ एवं गंदगी पसर गया है. दरअसल अभी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जनपद पंचायत कार्यालय में काफी भीड़भाड़ हो रही है. क्षेत्र से काफी संख्या में लोगो का यहाँ आना जाना लगा हुआ है. ऐसी स्थिति में परिसर में जमा कीचड़ एवं गंदगी लोगो के लिये परेशानी का सबब बन गया है. जिससे लोगो को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

गंदगी में लोगो के आने जाने के कारण परिसर के साथ साथ कार्यालय का बाहरी एवं भीतरी हिस्सा भी कीचड़ से गन्दा हो चूका है.. और स्वच्छता अभियान को मुँह चिढ़ा रहा है. उच्च अधिकारीयों ने पूर्व में भी जनपद पंचायत में व्याप्त ऐसी गंदगी देखकर इसमे सुधार कराने के निर्देश दिये थे. लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने इस बात को कभी ज्यादा महत्व नही दिया. जिसकी वजह से अक्सर यहाँ गंदगी के हालात निर्मित होते रहते है. गौर करने वाली बात ये है कि जब अधिकारियों की नाक के नीचे जनपद पंचायत परिसर का ये आलम है तो फिर गाँव मे चलने वाले स्वच्छता अभियान का क्या हाल होगा.

इस संबंध में सीईओ जयगोविंद गुप्ता ने कहा कि पानी निकासी के अभाव में यहाँ बारिश का पानी जमा हो जाता है. जिसकी वजह से ऐसे हालात निर्मित हो जाते है. इसमें सुधार कराया जायेगा.