रात के अंधेरे मे होता शराब का काला कारोबार … लेकिन पुलिस क्यो है मौन

  • जरही-भटगांव क्षेत्र में बिक रही अवैध शराब, पुलिस-प्रशासन मौन
  • शराब दुकान के गुर्गों द्वारा प्रतिदिन पहुंचाई जाती है होटल, ढाबा व किराना दुकान में शराब

सूरजपुर (जरही भटगाव)

भटगांव क्षेत्र में संचालित लाइसेंशी शराब दुकान में अब तक जहां रेट सूची नहीं लगी है, वहीं दुकान संचालक द्वारा मनमानी दर पर शराब बेची जा रही है। यहीं नही जो अंग्रेजी शराब दुकान संचालित है वह भी नगर के मुख्य बाजार में ही स्थित है। शहर के अंदर संचालित शराब दुकान के विरोध पिछले वर्ष युवा संगठन के नेताओं द्वारा किया गया था, जिस पर भटगांव पुलिस व तहसीलदार द्वारा बैठक कर नगर के युवाओं को आश्वासन दिया गया था कि शराब दुकान नगर के बाहर ही संचालित होगी, लेकिन इस वर्र्ष भी शहर के अंदर ही शराब दुकान संचालित हो रही है, जिससे उस रास्ते से गुजरने वाली महिलाओं को छीटाकशी का सामना करना पड़ रहा है। शराब दुकान के सामने ही एक मंदिर है तथा उसी रास्ते होकर स्कूली छात्र-छात्राओं को भीे गुजरना पड़ता है। शाम होते ही शराबियों का जमावड़ा होना प्रारंभ हो जाता है, जिससे महिलाओं को बाहर घूमना-फिरना मुश्किल होने लगा है।

सूत्रो से मिली जानकारी अनुसार शराब दुकान के संचालक व कोचियो के द्वारा होटल, ढाबा व किराना दुकानों में धड़ल्ले से शराब बिक्री की जा रही है। शराब दुकान संचालक द्वारा कोचियो की मदद से प्रतिदिन रात 10 बजे के बाद अपने निजी वाहन से होटल, ढाबा व किराना दुकान तक शराब पहुंचाई जा रहीहै। सबसे बड़ी बात यह है कि शराब जरही व भटगांव सहित आसपास के कॉलोनी के अंदर तक बिक्री की जा रही है, जिससे युवा वर्ग नशे के आदी होते जा रहे हैं। इन अवैध शराब विक्रेताओं पर न तो पुलिस कार्यवाही करती है और न ही आबकारी विभाग। ऐसे में शराब विक्रेताओं का हौसला बुलंद होते जा रहा है, वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम ढलते ही शराबियों का आतंक कॉलोनीवासियों पर दिखने लगता है, जिससे महिलाये भयभीत रहती हंै। कभी-कभार पुलिस कार्यवाही करती है लेकिन महज दिखावा ही साबित होता है।