जांजगीर चांपा। नवागढ़ ब्लाक के ग्राम पंचायत सिवनी व बोड़सरा में करोड़ो का भ्रष्टाचार का मामला सामने आया हैं. लेकिन अधिकारीयों को इनकी खबर तब लगी जब खबर मिडिया ने सामने लाया। मिडिया रिपोर्ट के आधार पर अधिकारी जांच करने ग्राम पंचायत नैला सिवनी पहुंचे लेकिन अधिकारी जांच की औपचारिता पूरी करते हुए भ्रष्टाचार के आरोप मे घिरे सरंपच के कहने पर श्याम कार्तिक का दर्शन कर वापस लौट आये। मामला नवागढ़ ब्लाक के बोड़सरा व सिवनी ग्राम पंचायत का हैं। यहां के पूर्व सरपंच अरूण राठौर पर करोड़ो के भ्रष्टाचार का अरोप लगा हैं। जिसकी खबर मिडिया ने उजागर किया हैं। मिडिया में खबर आने के बाद जिला पंचायत सीईओ ने तीन सदस्यों की टीम बनाई हैं। टीम का नेतृत्व उप संचालक जिला पंचायत अभिमन्यु साहु कर रहे हैं। अधिकारीयो की नींद खुली तब जांच करने ग्राम पंचायत सिवनी पहुचें लेकिन पंचायत में दस मिनिट बैठ बिना जांच किये पूर्व सरपंच अरूण राठौर के कहने पर बोड़सरा मे हो रहे श्याम कार्तिक का दर्शन कर वापस लौट आये। इस मामले में अभी किसी प्रकार की जांच नही हो पाई हैं। वही ग्राम पंचायत के लोग व पूर्व पंचो का कहना हैं ग्राम पंचायतों करोड़ो का भ्रष्टाचार शौचालय निर्माण, पचरी निर्माण,पीएम. आवास मे हुआ हैं। लेकिन अभी तक पूर्व सरंपच के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नही हो पाई हैं। वही पूरे मामले की जानकारी अधिकारीयो को भी हैं कि ग्राम पंचायत में करोड़ो का हेराफेरी हुआ हैं। लेकिन आज तक अधिकारी इस मामले में जांच नही कर पाये हैं। वही जिला पंचायत उप संचालक अभिमन्यु साहू का कहना हैं मौके पर पूर्व सचिव उपस्थित नही था जिसके कारण पंचायत का रजिस्टर नही देख पाये फिर से यहां आकर जांच करेंगें। इस प्रकार अधिकारीयों के गैरजिम्मेदार रैवये के कारण सवाल उठ रहा हैं, कि क्या सचिव को जांच अधिकारीयों की आने की सूचना पहले से नही थी कि वह वहां उपस्थित नही हुआ, वही पंचायत का रजिस्टर अपने घर में कैसे रख सकता है। इस तरह पूरे मामले में अधिकारीयों द्वारा जांच मे लीपापोती करने का भी आरोप ग्राम पंचायत के पंचगण लगा रहे हैं। वही अधिकारीयों के जांच पर सवाल खड़े कर रहे हैं। अब देखना होगा कि जांच अधिकारी पूर्व सरपंच अरूण राठौर के खिलाफ कबतक कार्यवाही कर रहे है।
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