जाने क्या कारण हो सकते है सक्ती विधायक खिलावन साहु के टिकट कटने के…

जांजगीर चांपा। जांजगीर चांपा जिले के सक्ती विधानसभा के मौजुदा विधायक खिलावन साहु के टिकट कट जाने से अंचभित हैं। साहु अपना टिकट पूर्व मे पक्का मान कर चल रहे थे। लेकिन एन वक्त पर टिकट कट जाने से दुखी है। वही पार्टी ने विधायक खिलावन साहु का टिकट काट पूर्व मंत्री व भाजपा जिलाध्यक्ष मेघाराम साहु पर दांव लगाया हैं। मेघा राम साहू पूर्व मे रमन केबिनेट के शिक्षा मंत्री रहे हैं वही बताया जा रहा है कि साहू समाज के अलावा संगठन के जिलाध्यक्ष होने के कारण अच्छी पकड़ है। खिलावन साहु के टिकट कटने के सबसे महत्वपूर्ण कारण उनके कार्यकाल में विधायक मद मे भारी भष्ट्राचार देखा गया था जो मिडिया मे खासी सुर्खीया बटोरी थी। वही संगठन के साथ उनका तालमेल नही हो पाने के कारण अलग-थलक हो गये थे। पार्टी द्वारा कराये सर्वे मे खिलावन साहु की जमीनी हकीकत सामने आने के बाद ही वहां की समीकरण बदला है जिसके चलते पार्टी को टिकट काटना पड़ा। 2013 के विधानसभा चुनाव मे चुनावी समीकरण कुछ अलग थी, कांग्रेस से सरोजा राठौर मनहरण के भारी विरोध होने के बाद खिलावन साहु को पार्टी एक प्रयोग के तौर पर टिकट दिया था. जिसे पार्टी अपने बलबुते पर जिता कर भी सदन पहुचाई थी। पर पांच साल ऐसा कुछ खास नही कर पाने के कारण वरिष्ठ नेताओं के नजर में खिलावन साहु कमजोर पड़ गये। वही सक्ती विधानसभा में भाजपा की वोट बैंक की घटती चिंता भी एक कारण हो सकती है। खिलावन साहु भले ही अपने पांच वर्षो के विकास कार्यो के गुणगान कर रहे है पर जमीनी हकीकत कुछ और ही हैं। सक्ती विधानसभा में भाजपा ने विपक्ष के नेता पर नजर जमाये बैठी है. पूर्व राज्य मंत्री डां चरणदास मंहत सक्ती विधानसभा से चुनाव लडते है तो उसके सामने खिलावन साहु कमजोर साबित होते. इसलिए पार्टी ने पूराने चेहरे पर फिर से विश्वास जताया हैं। सक्ती से कांग्रेस के उम्मीदवार चरणदास होगें तो मेधाराम साहु ही उनके मुकाबले टक्कर के उम्मीदवार साबित होगे।
टिकिट कटने की खबर सुनते रो पडे़ विधायक …
जब दिल्ली में छ.ग के भाजपा उम्मीदवारो की लिस्ट जारी हो रही थी .तबतक सक्ती विधायक को कभी भी शंका नही थी की उनकी भी टिकट कट सकती हैं। अपने आप मे पूरा कानफिडेंट मे थे । लेकिन क्या पता पार्टी की मंशा कुछ और ही थी। जिसके कारण उनका टिकट कट गया। टिकट कटने की खबर सुनते ही उनके आखों से आंसु झलक गये। और कहने लगे कि मेरे विधानसभा मे ऐसा कार्य नही बचा जिसे मै पूरा नही किया . लेकिन पार्टी फिर भी मेरा टिकट काट दी।