क्या कहते है गोवा चुनाव के नतीजे किसकी बनेगी सरकार

पणजी
गोवा का एग्जिट पोल कहता है कि राज्य में BJP वापसी तो करेगी लेकिन पिछली बार के मुकाबले उसका सीट शेयर कम होगा। C-वोटर के सर्वे ने BJP के खाते में इस बार 18 सीटें दी हैं। पिछली बार BJP और सहयोगी दलों ने 40 में से 24 सीटें जीती थीं। प्रॉजेक्शन रेंज की बात करें तो BJP का सीट शेयर न्यूनतम 15 सीट से अधिकतम 21 सीट तक भी जा सकता है। अधिकतम सीट शेयर की स्थिति में भी पिछली बार की तुलना में BJP घाटे में ही रहेगी। 2019 के आम चुनावों को देखते हुए पार्टी के लिए निश्चित ही यह चिंता की स्थिति होगी।

वहीं कांग्रेस और सहयोगी दलों का सीट शेयर पिछली बार (9 सीट) से बढ़कर 15 सीट तक पहुंचेगा। यह आंकड़ा न्यूनतम 12 सीट से अधिकतम 18 सीट तक वैरी कर सकता है। ऑपिनियन पोल की मानें तो पहली बार गोवा विधानसभा चुनाव में उतरी आम आदमी पार्टी भी इस बार 2 सीटों पर फतह हासिल करेगी। प्रॉजेक्शन रेंज 0 से 4 सीट तक है। अन्य दलों को इस बार 5 सीटें मिलेंगी। अन्य दलों की सीटों में 2 से 8 सीट तक वैरिएशन देखने को मिल सकता है। पिछली बार अन्य दलों के खाते में 7 सीटें गई थीं।

अगर ऐसा होता है तो इसके पीछे एक बड़ी वजह यहां पहली बार यहां असेंबली इलेक्शन लड़ रही आम आदमी पार्टी होगी। सर्वे कहता है कि AAP 12.8 प्रतिशत वोट बटोरने में सफल रहेगी। AAP न केवल कांग्रेस और BJP के वोट सकती है बल्कि अन्य दलों का वोट प्रतिशत भी 23.7 प्रतिशत से 19.5 प्रतिशत तक ला सकती है।

गोवा विधानसभा के लिए भी पंजाब के साथ ही वोट डाले गए थे। इस बार वहां 83 फीसीद वोटिंग हुई है। राज्य में 40 सीटों के लिए 250 प्रत्याशी मुकाबले में हैं।

इनमें दक्षिण गोवा से 131 उम्मीदवार और उत्तरी गोवा से 119 उम्मीदवार मैदान में हैं। अभी तक गोवा चुनाव में कांग्रेस और BJP में आमतौर पर सीधी टक्कर होती थी। पर इस बार आम आदमी पार्टी के गोवा के राजनीतिक फलक पर उदय से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

BJP ने इस चुनाव में अपने 36 प्रत्याशी मैदान में उतारे वहीं, कांग्रेस ने 37 सीटों पर चुनाव लड़ा। आम आदमी पार्टी ने सबसे ज्यादा 39 उम्मीदवार उतारे थे। BJP ने 4 सीटों पर निर्दलीयों को समर्थन दिया है, जबकि कांग्रेस का गोवा फॉरवर्ड के साथ सीटों को लेकर समझौता है।

गोवा चुनाव में BJP के लक्ष्मीकांत पारसेकर और राजेंद्र अर्लेकर की प्रतिष्ठा इस चुनाव में दांव पर लगी है। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिगंबर कामत ने भी पूरा जोर लगाया है। इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष लुर्इजिन्हो फलेरियो के लिए भी यह चुनाव अहम है। आम आदमी पार्टी के सीएम उम्मीदवार एलविस गोम्स पर भी सबकी नजरें टिकी हैं।