खबर का असर ….. मरीजो की संख्या देखकर बढाया गया महिला पर्ची काउंटर

  • बढ़ते मरीज को देख अंतत बढ़ाया गया एक महिला पर्ची काउंटर
  • फटाफटन्यूज डांट कांम मे प्रमुखता से खबर की गई थी प्रकाशित 

अम्बिकापुर (दीपक सराठे)

जिला अस्पताल में लगातार बढ़ते मरीज और सीमित संसाधन होने के कारण मरीजों व कर्मचारियों की परेशानी को देखते हुये सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन के निर्देश पर अस्पताल में एक और महिला पर्ची काउंटर खोल दिया गया है। ज्ञात हो कि 26 मार्च को fatafatnews.com  मे उक्त समस्या की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके बाद कलेक्टर ने इसे गंभीरता से लिया। एक और काउंटर खुल जाने से मरीजों को काफी राहत मिली है।

गौरतलब है कि जब मरीजों की ओपीडी संख्या 400 थी तब भी तीन पर्ची काउंटर थे और जब वर्तमान में मरीजों की ओपीड़ी संख्या 8 सौ से अधिक है तब भी मात्र तीन ही काउंटर होने से परेशानी बढ़ चुकी थी। खासतौर पर महिलाओं की संख्या ज्यादा आने से लम्बी लाईन लगी रहती थी। पर्ची काउंटर में भीड़ की स्थिति रहने से लाईन में खड़े मरीजों के बीच आये दिन विवाद की स्थिति निर्मित हो रही थी। इस कारण से पर्ची काउंटर के कर्मचारियों के साथ-साथ मरीज भी परेशान थे। काफी दिनों से एक और महिला पर्ची काउंटर खोले जाने की मांग प्रबंधन से की जा रही थी।

रघुनाथ जिला अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिये दो पुरूष व एक महिला पर्ची काउंटर खोले गये थे। इसके अलावा पेंशनर्स व गंभीर मरीजों के लिये तत्काल सुविधा व लाईन से बचने अलग-अलग काउंटर की व्यवस्था की गई, परंतु वह अभी तक अपने अस्तित्व में नहीं आ सका था। वर्तमान में प्रतिदिन मरीजों की संख्या 8 सौ के लगभग हो गई, परंतु सुविधाओं में विस्तार नहीं होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अस्पताल प्रबंधन ने ओपीड़ी सहित अन्य शुल्कों में वृद्धि जरूर कर दी थी, परंतु मरीजों की इस गंभीर समस्या पर विचार करना तक मुनासिव नहीं समझा था। देषबंधु अखबार ने इस समस्या को समझते हुये प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद कलेक्टर सरगुजा ने महिलाओं की सुविधा को लेकर गंभीरता दिखाते हुये एक और पर्ची काउंटर उनके लिये खोलने के निर्देश दिये थे। आज एक और पर्ची काउंटर की शुरूआत कर दी गई है। इस शुरूआत से खासकर महिलाओं को लाईन में घंटो खड़े रहने से कुछ तो निजात मिल सकेगी।

26 मार्च को प्रकाशित समाचार पढिए

https://fatafatnews.com/slip-counter-is-in-district-hospital-daily-dispute/