जिला प्रशासन की मेहनत पर फिरा पानी..पहल भी रहा फेल..

बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार )अविभाजित सरगुजा के बलरामपुर जिले को आज माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी किए गए,बोर्ड परीक्षाओं में निराशा ही हाथ लगी है,जहाँ समूचे प्रदेश में टॉपटेन की सूची में शरीक छात्र -छात्राओं को सम्मानित किया जा रहा है,तो वही उत्तर छत्तीसगढ़ के अंतिम पड़ाव पर बसे बलरामपुर जिले में बोर्ड परीक्षा परिणामो को लेकर विश्लेषण किया जा रहा है,की जिले की शिक्षा पद्धति कहा से लचर हुई है…

  • 2 फीसदी घट गया 12 वी का परिणाम…
आपको बता दे की वर्ष 2017-2018 में बारहवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 68.76 फीसदी था,लेकिन इस वर्ष यह आंकड़े बढ़ने के बजाय 2 फीसदी घटते हुए 66.77 फीसदी तक ही सिमट गया..10 वी कक्षा के परीक्षा परिणाम पहले की अपेक्षा इस वर्ष 63.88फीसदी अंको से बेहतर आये है..
  • खराब रिजल्ट पर पिछले साल हुई थी..कार्यवाही.
गौरतलब है की बीते वर्ष बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट को लेकर तत्कालीन कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने नाराजगी जाहिर करते हुए,लगभग 75  सरकारी स्कूलों के प्रचार्यो पर कार्यवाही करने के आदेश भी दिए थे…
  • पहल ने नही किया कोई चमत्कार…
वही जिला प्रशासन की राजपुर ब्लाक मुख्यालय में स्थित पहल  आवासीय शैक्षणिक संस्थान भी  बोर्ड परीक्षा परिणामो को लेकर कोई चमत्कार करने में नाकाम रहा,हालांकि पहल के विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षाएं पास तो की ,लेकिन वे उम्मीद से बेहतर कुछ नही कर सके…
  • अब किसके सर गिरेगी गाज…
शिक्षा विभाग के अधिकारियों में बोर्ड परीक्षा परिणामो को लेकर अब विश्लेषण का दौर चल रहा है..जिला शिक्षा अधिकारी आईपी गुप्ता की माने तो 12 वी कक्षा के रिजल्ट संतोषजनक नही हैं, लिहाजा एक बार जिले का परशेन्टेज निकाल कर इसकी समीक्षा की जाएगी…