अंततः पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ ..उठाईगिर आ गया पुलिस के चंगुल में ..पेशेवर था आरोपी..

बलरामपुर पुलिस ने आज रामानुजगंज थाना क्षेत्र में हुई उठाईगिरी घटनाओं का पर्दाफाश किया है..अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर पंकज शुक्ला ने प्रेस कांफ्रेंस कर पत्रकारों को बताया की पुलिस ने अज्ञात उठाईगीरों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है,तथा उनके कब्जे से 2 लाख 69 हजार रुपये और 1 मोटर सायकल की बरामद की है..
दरसल जिले के रामानुजगंज इलाके में एक के बाद एक हो रही कुल तीन उठाईगिरी के मामले पुलिस के लिए चुनौती बने हुए थे,जिसका पटाक्षेप करने पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा के मार्गदर्शन में टीम बनाकर किया गया..
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया
 की इन उठाईगिरी के मामलो में ओबरी निवासी गंगेश्वर उर्फ गंगा का हाथ था,पुलिस के अनुसार गंगेश्वर इससे पहले भी चोरी के मामलो में जेल जा चुका है,और इन सब उठाईगिरी के मामलों को देखने के बाद पुलिस इस बात का अंदाजा लगा चुकी थी की..इस घटना को अंजाम देने वाला कोई पेशेवर आरोपी ही होगा तब कही जाकर पुलिस ने जेल से छूटे आरोपियों के सम्बंध में पतासाजी की और पुलिस ने गंगेश्वर को हिरासत में लेकर पूछताछ की और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया…
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रामानुजगंज में फरवरी महीने से बैंकों के बाहर से डिक्की को डुप्लीकेट चाभी से खोलकर उठाईगिरी की वारदातों को अंजाम दे रहा है। उसने पूछताछ में खुलासा किया कि छब्बीस फरवरी को वह बस से रामानुजगंज गया और वहां को आपरेटिव बैंक के बाहर खडी बाईक की डिक्की से 26500 रुपए पार कर दिया। इस रुपए से बीस हजार अपने स्टेट बैंक के खाते में जमा किया। इसी तरह 25 फरवरी को भी पचास हजार रुपए डिक्की से पार किया और उससे 40 हजार रुपए को बैंक के अपने खाते में जमा किया तो दस हजार रुपए को खाने पीने में खर्च कर दिया।

इसी तरह राम यादव ने दो जून को सेन्ट्रल बैक से अपनी बेटी की शादी करने के लिए केसीसी लोन लिया और लोन की डेढ लाख रुपए लेकर वह को आपरेटिव बैंक अपने भाई रेवारती यादव के साथ गया वहां दोनों ने क्रमषः 48 और 44 हजार रुपए निकाले। पूरा रुपए बाइक की डिक्की में रखे और भंवरमाल सहकारी समिति पहुंचे। वहां समिति के अंदर गए लेकिन कुछ कागजात लेने के लिए जब डिक्की खोले तो पूरा रुपए पार हो चुका था। आरोपी ने स्वीकार किया कि वह दोनों भाइयों का अपनी बाइक से पीछा किया और जब दोनों समिति भवन के अंदर गए तब वह उनकी डिक्की से रुपए निकालकर फरार हो गया। वह इस रुपए को अपने घर पर पेटी में छुपाकर रखा है।

इसी दिन धौली निवासी पुरूषोतम नामक एक व्यक्ति ने बैंक से पचास हजार रुपए निकाले और वह भी उठाईगिरी का शिकार हो गया था। आरोपी ने इस वारदात को भी अंजाम देना स्वीकार किया। पुरूषोतम बैंक से पैसा निकालने के बाद अपने गांव के सचिव जो रामानुजगंज में ही रहता है के घर गया तब मौका पाकर आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया।