शिक्षा कर्मी चला रहे निजी कंप्यूटर सेंटर तो स्कूल कौन चला रहा..?

अम्बिकापुर

बतौली से निलय

क्षेत्र में चल रहे दर्जनों की संख्या में निजी कंप्यूटर सेंटर के ज्यादातर मालिक शिक्षाकर्मी होने के बावजूद चला रहे कंप्यूटर सेंटर। आलम यह है कि शिक्षाकर्मी स्कूलों से ज्यादा अपने निजी कंप्यूटर संस्था पर समय दे रहे हैं और आए दिन स्कूल से नदारद रहते हैं और अपने निजी कंप्यूटर संस्था में दिखाई देते हैं। यह खेल स्थानीय शिक्षा अधिकारियों के नजर के सामने चल रहा है पर इन पर आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई, जबकि इनके बारे में कई बार उच्च अधिकारियों को शिकायत की गई है, पर आज तक इन पर किसी भी प्रकार का नोटिस या कार्यवाही नहीं किया गया है। गौरतलब है की बतौली ब्लाक मुख्यालय सहित क्षेत्र के शान्तीपारा और कुनकुरी कला में भी इस तरह के कंप्यूटर सेंटर संचालित है।

ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं से मनमाना फीस वसूल कर कंप्यूटर सेंटर पर प्रवेश दिया जाता है, जबकि सर्व सुविधायुक्त कंप्यूटर सेंटर ना होने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों से प्रवेश के बाद अन्य भी कई प्रकार की फीस ली जाती है, पुराने कई छात्र छात्राओं को कुछ कंप्यूटर सेंटर के द्वारा अब तक मार्कसीट नहीं दी गई है, मार्कशीट मांगने पर पैसे की मांग सेंटर के संचालक के द्वारा की जाती है, कुछ छात्र अब तक मार्कशीट लेने सेंटर के चक्कर लगाते हुए नजर आते हैं उन्हें रोजाना सेंटर के चक्कर लगाने मजबूर किया जा रहा है कहा जाता है कि मार्कसीट अगर लेना है तो उसके एवज में ऊपर बैठे अधिकारियों को पैसा देना पड़ेगा जिस वजह से कई छात्र छात्राओं को अब तक कंप्यूटर सेंटर से मार्कशीट नहीं मिली है जिस वजह से छात्रों को आगे की पढ़ाई करने में परेशानी हो रही है।

एस.के.जांगडे विकासखंड शिक्षा आधिकारी बतौली

इस सम्बन्ध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बताया की क्षेत्र में ऐसे कितने कंप्यूटर सेंटर संचालित है इसका आंकड़ा अभी दे पाना तो संभव नहीं है लेकिन शिक्षा कर्मियों द्वारा कंप्यूटर सेंटर संचालित किये जाने की खबर मुझे भी लगी है, इसकी जांच की जाएगी।