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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अचानक कोलार नगर पालिका, नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय की भवन अनुज्ञा, विकास अनुज्ञा और कॉलोनाइजर्स लायसेन्स से संबंधित शाखा, नगर निगम के नागरिक सुविधा केन्द्र में मिल रही सेवाओं का निरीक्षण किया। वे अचानक पत्रकार कॉलोनी में नगर निगम भोपाल द्वारा बनाई जा रही डामर सड़क निरीक्षण करने भी रूके। उन्होंने स्थानीय नागरिकों से सड़क निर्माण की गुणवत्ता के संबंध में जानकारी ली और सड़क खुदवाकर डामर की मात्रा की जाँच की। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री को भवन निर्माण परमिशन एवं अन्य जरूरी दस्तावेज प्राप्त करने में विलम्ब होने की शिकायतें मिली थी।
नियम से कार्य पर शाबाशी, लापरवाही पर सजा श्री चौहान आज शाम करीब चार बजे कोलार नगर पालिका परिषद के कार्यालय भवन पहुँचे। वहाँ उन्होंने नगर पालिका परिषद द्वारा उपलब्ध करवाये जा रहे प्रमुख दस्तावेज और प्रमाण-पत्र जारी करने और संधारित करने के काम से संबंधित प्रभारी अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की। मुख्य रूप से उन्होंने नामांतरण, भवन निर्माण की अनुज्ञा, जन्म-मृत्यु, विवाह प्रमाण-पत्र देने की प्रक्रियाओं के संबंध में जानकारी ली। आवेदन-पत्र प्राप्त करने और उनके निराकरण की समय-सीमा के संबंध में संबंधित अमले से पूछताछ के बाद कहा कि समय-सीमा में आवेदन-पत्रों का निराकरण न होने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने स्टाफ से यह भी कहा कि आवेदन लेते समय जरूरी कागजात की जानकारी एक ही बार में लें और निराकरण में लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम के अन्तर्गत आने वाली सेवा प्रदाय की समय-सीमा का ध्यान रखें। श्री चौहान ने जिला कलेक्टर भोपाल श्री निशांत वरवड़े को निर्देश दिये कि नगर पालिका परिषद कोलार की सभी फाइलों का परीक्षण कर अवगत करवायें। यदि नियमानुसार काम होगा तो शाबाशी मिलेगी। लापरवाही पायी जायेगी तो सजा मिलेगी। लोक सेवा केन्द्र का निरीक्षण श्री चौहान ने नगर पालिका परिषद कोलार में स्थापित लोक सेवा केन्द्र का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न सेवाओं के लिये आवेदन करने वाले लोगों से बातचीत की। लोगों ने राशन कार्ड विलम्ब से मिलने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मजदूरों का पंजीयन संवेदनशीलता के साथ किया जाये। उन्होंने लोक सेवा केन्द्र में कार्य कर रहे अमले से कार्य-प्रणाली और प्रक्रिया के संबंध में पूछताछ की। मुख्य नगर पालिका अधिकारी कोलार श्री राजेश श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री को आवेदन लेने और निराकरण की प्रक्रिया से संबंधित जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भवन निर्माण अनुज्ञा देने की समय-सीमा 60 दिन की है। मुख्यमंत्री ने प्रक्रियाओं की जानकारी लेते हुए संबंधित पंजी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने भारी भरकम तकनीकी शब्दों के उपयोग से बचने की सलाह देते हुए कहा कि ऐसे शब्दों और भाषा का उपयोग करें, जो आम लोग आसानी से समझ सकें। एक शिकायतकर्ता प्रेमनाराण सिंह घोषी ने मुख्यमंत्री से शिकायत की कि उनकी भवन अनुज्ञा लंबित है। मुख्यमंत्री ने तत्काल शिकायत का निराकरण किया। श्री चौहान ने भवन अनुज्ञा की पंजी के साथ ही सम्पत्ति कर की पंजी का मिलान किया और उसके आधार पर आवेदन निराकृत करने पर जोर दिया। विवाह और मृत्यु प्रमाण-पत्र के बारे में मुख्यमंत्री को बताया गया कि ये दोनों प्रमाण-पत्र अविलम्ब जारी हो जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो आवेदक समय पर प्रमाण-पत्र लेने उपस्थित नहीं हो पाते, उन्हें डाक से भेजने की व्यवस्था की जाये। मुख्यमंत्री ने जन-सुनवाई की पंजी का भी निरीक्षण किया और जनता से जुड़े कार्यों की लगातार मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिये। नगर एवं ग्राम निवेश कार्यालय का निरीक्षण, धूम्रपान पर जुर्माना मुख्यमंत्री श्री चौहान ने टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग के दफ्तर का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विकास अनुज्ञा और कॉलोनाइजर्स लाइसेंस देने में होने वाले विलंब के कारणों के संबंध में पूछताछ की। उन्होंने संयुक्त संचालक वी.पी. कुलश्रेष्ठ को अपने कक्ष में धूम्रपान करते पाये जाने पर जुर्माना लगा दिया और भविष्य में ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये पूरे सिस्टम को कम्प्यूटराइज्ड करें। पिछले छह माह में कितने आवेदन आये और कितने निराकृत हुए इसकी जाँच कर फाईल अपने पास बुलाई। नागरिक सुविधा केन्द्र का निरीक्षण मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मनीषा मार्केट शाहपुरा में नगर निगम के नागरिक सुविधा केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने फाईलें देखीं और एक आवेदक श्री गोपाल राव से मोबाईल पर बात की और पूछा कि किसी स्तर पर कोई परेशानी तो नहीं है या कोई स्टाफ पैसे तो नहीं मांग रहा है। श्री गोपाल राव ने बताया कि उसे भवन निर्माण अनुज्ञा 21 दिन में ही मिल गयी थी और कार्यालय के स्टाफ की ओर से मोबाइल पर कार्य पूरा होने की जानकारी दी गयी थी। मुख्यमंत्री ने नागरिक सुविधा केन्द्र पर विभिन्न सुविधाओं से संबंधित पंजियों का निरीक्षण और आवेदन-पत्रों के निराकरण की स्थिति का परीक्षण करते हुए निर्देश दिये कि प्रत्येक आवेदन-पत्र पर आवेदक का मोबाइल नम्बर का कॉलम आवश्यक होना चाहिये ताकि किसी भी स्तर पर उससे बात की जा सके। सड़क गुणवत्ता की जाँच श्री चौहान ने पत्रकार कॉलोनी में बन रही सड़क का निरीक्षण किया। उन्होंने सड़क खुदवाकर गुणवत्ता की जाँच की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जहाँ सड़क बन रही है, वहाँ डामर की मात्रा की जाँच करने वाली मशीनें रहना चाहिये और गुणवत्ता की जाँच का रिकॉर्ड भी रखा जाये। भोपाल कलेक्टर श्री निशांत वरवड़े एवं विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री कोमलसिंह मुख्यमंत्री के साथ थे। |