इस पैथोलाजी में जांच नहीं बल्कि छप रही थी दो हजार की नई नोट..!

शहडोल 

अजय पाल 

नोटबंदी के बाद देशभर में लोग कैश की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं और बैंकों तथा एटीएम में लंबी कतारों का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है, वही  मध्य प्रदेश के शहडोल में नकली नोट छापने का एक मामला सामने आया है जिसमे  पुलिस ने 2 हजार के नकली नोट छापने के आरोप में पैथोलॉजी लैब संचालक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से नकली नोटों के अलावा की छपाई में प्रयोग किए जा रहे स्कैनर और प्रिंटर सहित अन्य उपकरण जब्त कर कार्यवाही किया है ।

बुढ़ार थाना क्षेत्र में रहने वाले ऑटोमोबाइल के काम से जुड़ा अमित राय नाम का युवक शनिवार रात को चमड़िया पेट्रोल पंप के मैनेजर ने  दो हजार रुपए का नकली नोट चलाते हुए पकड़ा गया.अमित ने तीन सौ रुपए का पेट्रोल डलवाने के बाद दो हजार का नकली नोट थमाया था. नोट को देख पंपकर्मी को शक हुआ तो उसने इस बारे में अपने साथियों को जानकारी दी, जिन्होंने अमित को पंप पर ही रोक लिया और पुलिस को सूचना दी बुढ़ार पुलिस ने मौके पर पहुंच कर अमित से सख्ती से पूछताछ की तो उसने नकली नोट चलाने की बात कबूल कर ली. अमित ने बताया कि उसे यह नोट पैथोलॉजी लैब का संचालन करने वाले रवि गुप्ता ने दिया है.अमित के बयान के आधार पर पुलिस ने पैथोलॉजी लैब पर दबिश दी तो वहां कम्प्यूटर में स्कैन किए दो हजार रुपए के नोट की एक कॉपी मिल गई. स्कैन किए गए नोट और अमित के पास मिले नोट के नंबरों का मिलान किया गया तो दोनों के नंबर समान निकले. हालांकि, रवि सारे सबूतों के बावजूद पुलिस को गुमराह करता रहा. पुलिस ने शख्ती से पूछताछ किया तो आरोपी रवि ने गलती स्वीकार करते हुए कहा की पहली बार गलती हुई है नोट चलने के उद्देश्य से नहीं छापा था ।

पुलिस ने पैथोलॉजी लैब की तलाशी ली तो उसी नंबर का एक नोट डस्टबीन में मिल गया.दरअसल, प्रिंटिंग के दौरान एक नोट की प्रिंटिंग सही तरीके से नहीं होने की वजह से रवि ने उसे फाड़कर डस्टबीन में फेंक दिया था. डस्टबीन से मिले नोट के टुकड़ों ने हीं उसकी पोल खोलकर रख दी.

दोनों से पूछताछ में पुलिस ने बताया कि रवि स्कैनर की मदद से नोटों को स्कैन करने के बाद कलर प्रिंटर की मदद से नोटों की छपाई करता था.पुलिस रवि और उसके दोस्त अमित से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दोनों कितने वक्त से नकली नोट की प्रिंटिंग कर रहे थे और अब तक कितने नोट वह बाजार में खपा चुके है.

मोदी सरकार की ओर से 500 और 1000 के मौजूदा नोटों को प्रचलन से बाहर बंद किए जाने के बाद पूरी तरह से अबतक देश की आम जनता के हाथ में 2000 के नए नोट नहीं पहुंचे हैं. इस बीच देश के कई हिस्सों से बाजारों में जाली नोट चलने की खबर से हड़कंप मच गया है. ऐसी ही एक घटना म प्र  के शहडोल जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है,