आपको भी हैं चुस्की लेने की आदत? तो लग गया हैं कैफीन का नशा, बिना चाय छोड़े उतारे नशा, पढ़िए यहां

फ़टाफ़ट डेस्क. हिन्दुस्तान में चाय के बिना कुछ नहीं चलता हैं। लेकिन, जो चाय हम पीते हैं। जिसकी चुस्की से हमें एनर्जी का एहसास होता है क्या वो सेहतमंद है। क्या चाय पीने का हमारा तरीका ठीक है। अमेरिका की एक रिसर्च बताती है कि अगर सावधानी नहीं दिखाई गई तो चाय की प्याली अनगिनत बीमारियों की वजह बन सकती है।

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अमेरिका की रिसर्च में चौका देने वाला दावा

पहले आपको बताते हैं कि, अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी की रिसर्च में क्या दावा किया गया है। रिसर्च के मुताबिक दूध वाली चाय के हर कप में 40 मिलीग्राम कैफीन होता है। बहुत ज्यादा चाय पीने से आपको कैफीन की लत लग सकती है। इसकी वजह से सेहत पर असर पड़ता है। बड़ा असर ये होता है कि, किसी काम पर फोकस कर पाना मुश्किल हो जाता है।

चाय पीने के तरीके का भी रखें ख्याल

लेकिन चाय की चुस्की के साथ समस्याएं कई और भी हैं और उसका कनेक्शन हमारे चाय पीने के तरीके से भी है। चाय की दुकान पर दोस्तों के साथ चाय पीने में मजा तो बहुत आता है, लेकिन हम गौर नहीं करते कि चायवाला एक ही पत्ती को बार बार उबालकर चाय बनाता है। ये चाय शरीर पर धीमे जहर जैसा असर करती है। इससे आपको सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती है। कई बार चायवाला ठंडी चाय गर्म करके देता है। ये भी सेहत के लिए ठीक नहीं, क्योंकि ठंडी चाय को गर्म करने पर उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं।

चाय दोबारा गर्म करने के ये हैं नुकसान

घर में भी अगर 10-15 मिनट तक आपने चाय नहीं पी, तो उसे दोबारा गर्म करने की ज़हमत ना उठाएं। इसके साथ ही चाय से जुड़ी कुछ और आदतों और उनके असर को समझना जरूरी है।

खाली पेट चाय पीने की आदत ठीक नहीं क्योंकि इससे मेटाबॉलिक सिस्टम बिगड़ जाता है, इससे कब्ज या पेट में ऐंठन की समस्या हो सकती है। अगर दिन में 4 कप से ज्यादा चाय पीते हैं तो स्ट्रेस और एंग्जाइटी बढ़ने लगेगी. इसी तरह खूब दूध वाली चाय ज्यादा पीने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। जिससे ब्लड प्रेशर का लेवल बढ़ सकता है। चाय से बड़ी समस्या एसिटिडी की होती है। चाय में कैफीन होता है जिसकी वजह से पेट में गैस बनती है और इससे आंतें भी खराब हो सकती है।

क्या हैं चाय पीने से फायदा.?

ऐसा नहीं कि चाय पीने से बस नुकसान ही होता है। इसके फायदे भी हैं, थकावट दूर होती है, इम्यूनिटी बूस्ट होती है, माइग्रेन की परेशानी दूर होती है. मौसमी बीमारियां होने का खतरा कम होता है। लेकिन ये सभी फायदे तब मिलते हैं जब चाय कंट्रोल में पी जाए। रोजाना कई कप चाय पीने वालों को छोटी-मोटी समस्याओं से हमेशा दो चार होना पड़ेगा। मसलन मुंहासे, नींद कम आना, घबराहट, और हड्डियां कमजोर होने की समस्या हो सकती है।

चाय पीते वक्त रखें सेहत का ध्यान

इसलिए जरूरी हैं कि, चाय पीते हुए सेहत का भी ध्यान रखा जाए। चाय में दूध और चीनी की मात्रा जितनी कम हो उतना अच्छा। खाना खाने के बाद और सोने से पहले चाय पीने की आदत से तौबा कर लें। सेहत की फिक्र है तो चाय के साथ काजू बादाम या मूंगफली न खाएं। सबसे जरूरी बात- दिन भर में एक या दो कप चाय ही ठीक हैं।