हरी मटर ये लोग भूलकर भी न खाएं! सेहत को भुगतने पड़ेंगे गंभीर नुकसान



हेल्थ डेस्क. सर्दियों में मिलने वाली हरी मटर से सिर्फ सब्जी ही नहीं बल्कि दाल, पराठे, कचौड़ी, मिठाई जैसी कई तरह की डिशेज़ बनाई जाती है। मटर में कई प्रकार के न्यूट्रिशन होते हैं। जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। इसे खाने से खून साफ होता है, सांसों से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं, खांसी, के साथ ही भूख न लगने की परेशानी का भी इलाज कर सकते हैं। और तो और हरी मटर डायबिटीज और हार्ट पेशेंट्स के लिए भी बेहद अच्छी सब्जी है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि हरी मटर का अधिक मात्रा में सेवन करने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है? अगर नहीं तो आज हम आपको हरी मटर खाने के नुकसान बताने जा रहे हैं। हालांकि हरी मटर के सेवन से आपको वजन घटाने में मदद मिलती है लेकिन इसके अधिक सेवन से आपका वजन बढ़ने लगता है, तो आइए जानें किन लोगों को हरी मटर खाने से परहेज करना चाहिए।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, हरी मटर में प्रोटीन, अमीनो एसिड, विटामिन D और फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसलिए इसके सेवन से आपके शरीर में यूरिक एसिड का भी स्तर बढ़ जाता है। ऐसे में आप हाई यूरिक एसिड की समस्या में हरी मटर का सेवन कम कर दें।

अधिक मात्रा में मटर का सेवन बॉडी में फैट की मात्रा को बढ़ाता है। मटर में मौजूद फाइटिक एसिड और लेक्टिन शरीर के पोषक तत्वों के अवशोषण में रूकावट डालता है। इसका अधिक सेवन शरीर को पोषक तत्व मिलने में परेशानी पैदा करता है।

जिन लोगों को किडनी से जुड़ी परेशानी होती है। इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जिसके कारण किडनी की फंक्शिनिंग में बाधा उत्पन्न करती है। इसलिए ऐसे लोगों को थोड़ा एहतियात बरतने की जरूरत है।

मटर के ज्यादा सेवन से पेट में दर्द और सूजन की समस्या हो सकती है। इससे गैस की प्रॉब्लम हो सकती है। मटर में बहुत ज्यादा कार्बोहाइड्रेट होता है। ज्यादा मात्रा में मटर खाने से ये आसानी से नहीं पचता और मटर में मौजूद लेक्टिन पेट में सूजन को बढ़ाने का काम करता है। अधिक मात्रा में मटर के सेवन से डायरिया की समस्या भी हो सकती है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मटर में विटामिन D होता है जो हड्डियों के लिए जरूरी है। लेकिन इसे बहुत ज्यादा मात्रा में खाने से कैल्शियम का लेवल कम होने लगता है और यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है। ये हड्डियों को कमजोर करता है। इसलिए गठिया के मरीज इसका अधिक सेवन न करें।