कैबिनेट की बैठक में भिड़े दो मंत्री… देखते रहे मुख्यमंत्री… एक ने कहा- जो बिगड़ना है बिगाड़ लेना…

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें कोरोना वैक्सीन के अलावा बोर्ड परीक्षाओं और निराश्रित बच्चों के लिए राहत पैकेज की घोषणा को लेकर चर्चा हुई। हालांकि बैठक के दौरान वैक्सीन अभियान को लेकर सीएम गहलोत के सामने ही दो मंत्री आपस में भिड़ गए, जिसकी काफी चर्चा हो रही है।

कैबिनेट बैठक में फ्री वैक्सीन अभियान को लेकर राजस्थान के शिक्षा मंत्री व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल आपस में भिड़ गए। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहस को देखते रहे। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच विवाद इतना ज्यादा हो गया था कि बैठक के बाद बाहर निकलने पर दोनों नेता एक बार फिर एक दूसरे से बहस करने लगे थे।

आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, गोविंद सिंह डोटासरा फ्री वैक्सीन अभियान को लेकर राज्य के सभी जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने की बात कह रहे थे, जिसका शांति धारीवाल ने विरोध किया और सीधे राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि कलेक्टर को ज्ञापन देकर क्या करोगे? इस पर डोटासरा ने कहा राष्ट्रपति को देकर भी क्या कर लोगे।

जानकारी के मुताबिक कैबिनेट बैठक में बहस के बाद गोविंद सिंह डोटासरा जाने के लिए उठे तो उन्हें सीएम अशोक गहलोत ने शांत कराया और कहा कि आपस में झगडा ना करते हुए अपनी बात पूरी करें। बहस के दौरान दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया था कि बात एक-दूसरे को देख लेने की धमकी तक जा पहुंची। शांति धारीवाल ने गोविंद सिंह डोटासरा से यहां तक कह दिया कि जो बिगाड़ना है वह बिगाड़ लेना, मैंने बहुत अध्यक्ष देखे हैं।