राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर PM मोदी ने सरपंचों से की बातचीत.. कहां आपने दुनिया को ‘दो गज दूरी’ का दिया मैसेज.. साथ ही कही ये बातें..

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर ‘ई-ग्राम स्वराज’ पोर्टल, मोबाइल ऐप और ‘स्वामित्व’ नामक नई केंद्रीय योजना का शुभारंभ किया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने देशभर के सरपंचों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से बातचीत की. पीएम मोदी ने कहा कि गांव के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए आज सरकार द्वारा दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स शुरू किए गए हैं. एक है ई-ग्राम स्वराज और दूसरे की विशेषता है कि उसके द्वारा हर ग्रामीण के लिए स्वामित्व योजना की शुरुआत. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरपंचों के साथ बातचीत की है.

पीएम मोदी ने सरपंचों के साथ बातचीत में कहा, आप सभी ने दुनिया को बहुत सरल शब्दों में मंत्र दिया है ‘दो गज दूरी’ का, या कहें ‘दो गज देह की दूरी’ का. इस मंत्र के पालन पर गांवों में बहुत ध्यान दिया जा रहा है. ये आपके ही प्रयास हैं कि आज दुनिया में चर्चा हो रही है कि कोरोना को भारत ने किस तरह जवाब दिया है.

इतना बड़ा संकट आया, इतनी बड़ी वैश्विक महामारी आई, लेकिन इन 2-3 महीनों में हमने ये भी देखा है भारत का नागरिक, सीमित संसाधनों के बीच अनेक कठिनाइयों के सामने झुकने के बजाए, उनसे टकरा रहा है, लोहा ले रहा है.

पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी लोगों तक एक संदेश देना चाहता हूं. कोरोना संकट ने सबसे बड़ा सबक हमें जो सिखाया है, और उस रास्ते पर चलने के लिए जो रास्ता दिखाया है, वो रास्ता है कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा. बिना आत्मनिर्भर बने ऐसे संकटों से निपटना मुश्किल है.

ई-ग्राम स्वराज’ में पंचायत स्तर पर नियोजन, अनुश्रवण, वित्त प्रबंधन तथा ऑडिट की सुविधा उपलब्ध है. वहीं, राज्य सरकारों तथा भारतीय सवेर्क्षण विभाग के सहयोग से पंचायती राज मंत्रालय द्वारा ड्रोन आधारित नवीनतम सर्वेक्षण तकनीक का प्रयोग करते हुए ‘स्वामित्व’ नामक नई केंद्रीय योजना शुरू की गई है.

सरकार ने भारत में ही मोबाइल बनाने का जो अभियान चलाया है, उसी का परिणाम है कि आज गांव-गांव तक कम दामों वाले स्मार्टफोन पहुंच चुके हैं. यह आज जो इतने बड़े स्तर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस हो रही हैं, यह सब इसी के कारण संभव हो पाया है.

स्वामित्व योजना से ग्रामीणों को एक नहीं, अनेक लाभ होंगे. इससे संपत्ति को लेकर भ्रम और झगड़े खत्म होंगे. इससे गांव में विकास योजनाओं की प्लानिंग में मदद मिलेगी. इससे शहरों की तरह गांवों में भी आप बैंकों से लॉन ले सकेंगे. आज लॉन्च हुए ऐप के जरिए ग्राम पंचायतों के फंड, उसके कामकाज की पूरी जानकारी होगी. इसके माध्यम से पार्दशिता भी आएगी और परियोजनाओं के काम में भी तेजी आएगी.

इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस कोरोना संकट ने दिखा दिया है कि देश के गांवों में रहने वाले लोगों ने इस दौरान अपने संस्कारों-अपनी परंपराओं की शिक्षा के दर्शन कराए हैं. गांवों से जो अपडेट आ रहा है, वो बड़े-बड़े विद्वानों के लिए भी प्रेरणा देने वाला है.