प्रायश्चित पूजा के साथ आज शुरू होगा रामलला का प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान, तिथि-अतिथि से मूर्ति-मुहूर्त तक…जान लें 22 जनवरी तक का कार्यक्रम

अयोध्या: भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम मंदिर के गर्भगृह में स्वर्ण द्वार लग गया है। सागौन की लकड़ी पर सोने की परत को चढ़ाया गया है। इस द्वार के ठीक समाने भगवान रामलला का गर्भगृह है, यहीं से भक्तों को रामलला के दर्शन होंगे। वहीं, आज से प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की शुरुआत होने जा रही है जो 22 जनवरी तक जारी रहेगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं को वाराणसी के आचार्य गणेशवर शास्त्री द्रविड़ और काशी के मुख्य आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में 121 आचार्य पूरी कराएंगे। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में मौजूद रहेंगे।

चौखट पर गणेश जी, दरवाजे पर गरुड़ जी
गर्भगृह में जिस स्वर्ण द्वार को लगाया गया है वो चार हिस्सों में है। एक हिस्से की चौड़ाई करीब ढ़ाई फीट है यानी द्वार की कुल चौड़ाई करीब 10 फीट है और ऊंचाई भी करीब 8 फीट है। दरवाजे के हर एक हिस्से पर गरुड़ जी विराजमान हैं वहीं, द्वार की चौखट संगमरमर की जिसके ठीक बीच में भगवान गणेश की मूर्ति बनी हुई है।

7 दिनों तक चलेगा प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान
16 जनवरी यानी आज से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान की शुरुआत होने जा रही है। आचार्य प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन की विधि कराएंगे। इससे बाद-
17 जनवरी रामलला की प्रतिमा को नगर भ्रमण के बाद मंदिर परिसर में प्रवेश करेगी।
18 जनवरी को रामलला पहली बार गर्भगृह में लाया जाएगा और इसी दिन से प्राण-प्रतिष्ठा की विधि शुरू होगी।
18 जनवरी को ही तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास, आधिवास होगा।
19 जनवरी की सुबह औषधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास होगा तो शाम को धान्यधिवास होगा।
20 जनवरी की सुबह शर्कराधिवास, फलाधिवास होगा तो शाम को पुष्पाधिवास की विधि होगी।
21 जनवरी की सुबह मध्याधिवास तो शाम को सैय्याधिवास की विधि होगी।
21 जनवरी को विशेष पूजा और हवन के साथ 125 कलशों से राम लला को स्नान कराया जाएगा।
22 जनवरी की सुबह 10 बजे सांस्कृतिक यानी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके बाद 22 जनवरी को दोपहर में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की मूर्ति गर्भगृह में स्थापित होगी।

22 जनवरी को PM मोदी प्राण प्रतिष्ठा रहेंगे मौजूद
22 जनवरी को जिस वक्त भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, रामजन्म भूर्मि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सभी ट्रस्टी और 150 परंपराओं के धर्माचार्य मौजूद रहेंगे। भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं को वाराणसी के आचार्य गणेशवर शास्त्री द्रविड़ और काशी के मुख्य आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में 121 आचार्य पूरी कराएंगे। इसके साथ ही देशभर की सभी परंपराओं के साधु संत, महात्मा प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साक्षी बनेंगे।

गर्भगृह में लगेगी 5 वर्ष के रामलला की मूर्ति
राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की जो मूर्ति स्थापित होगी वो मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई हुई है। गर्भगृह में रामलला की 5 वर्ष के बाल स्वरुप की मूर्ति लगेगी जो कृष्णशिला पर बनाई गई है जिसका वजन 150 से 200 किलो के बीच है। रामलला के मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति का चयन होने के बाद उनका परिवार काफी खुश है। अरुण योगीराज के भाई सूर्य प्रकाश आज खुद को धन्य मान रहे हैं।

अयोध्या में आज से जहां एक तरफ प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू होने जा रहा है। वहीं, दूसरी गुजरात के वडोदरा से लाई गई 108 फीट लंबी धूपबत्ती का प्रज्जवलित की जाएगी। इस धूपबत्ती को अंतरराष्ट्रीय बस अड्डा बाईपास पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास प्रज्जवलित करेंगे।