लॉकडाउन में नौकरों को काम पर बुलाना पड़ा महंगा.. पुलिस ने दर्ज की FIR..

नई दिल्ली. लॉकडाउन के दौरान घरेलू सहायकों से काम कराने पर दिल्ली में सोमवार को चार एफआईआर दर्ज की गईं हालांकि, इन मामलों में सभी को जमानत पर छोड़ दिया गया है.

पहली एफआईआर सुभाष प्लेस थाने में दर्ज की गई. पुलिस को सूचना मिली थी कि राजधानी एंक्लेव इलाके में रहने वाले प्रॉपर्टी एडवाइजर सुनील बंसल रोज अपनी मेड को घर का काम करने के लिए महेंद्रा पार्क से लाते हैं और रात को कार में छोड़ने जाते हैं. पुलिस ने सोमवार को आरोपी के मकान में जाकर जांच की तो सारा मामला सामने आ गया. 28 साल की मंजू ने सारी कहानी बता दी. पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर लिया. वहीं, मॉडल टाउन थाने में घरों की चौकीदारी कराने पर एक एफआईआर दर्ज की गई है.

कांस्टेबल ने गश्त के दौरान मॉडल टाउन थर्ड में एक व्यक्ति को सामान ले जाते देखा. पूछताछ में उसने अपना नाम मुकेश बताया. मुकेश ने बताया कि वह हैदरपुर में रहता है और मॉडल टाउन पार्ट टू स्थित तीन मंजिला इमारत की चौकीदारी करता है. इस इमारत के मालिक विजय सहगल व रविंद्र गोयल से इस बारे में पूछताछ की गई तो मालूम हुआ कि मुकेश रात को चौकीदारी करता है. यह लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन था, इसलिए पुलिस ने धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज की है.

गुजरांवाला टाउन में पुलिस ने मालिश के लिए मेड को बुलाने पर रिपोर्ट दर्ज की है. दरअसल, कांस्टेबल रोशन और हेडकांस्टेबल राजरानी को इलाके के एक घर में मेड मिली. पूछताछ में मकान मालिक अश्विनी जैन ने बताया कि उनकी पत्नी के पैरों की मालिश कराने के लिए वह मेड बुलाते हैं. मेड की पहचान 50 साल की सुषमा के तौर पर हुई। इस बाबत एफआईआर दर्ज कर ली गई।

मॉडल टाउन पार्ट टू में पुलिस ने घर के बाहर कार धो रहे एक शख्स से पूछताछ की तो मालूम हुआ कि वह ड्राइवर है. उसने अपना नाम संजय यादव बताया, जो आजादपुर इलाके में रहता है. संजय ने बताया कि वह व्यवसायी संजय जैन की कार चलाता है. पुलिसकर्मियों ने संजय जैन से पूछा तो उन्होंने कहा कि रोज उनका चालक घर पर आता है. पुलिस ने संजय जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया.