खण्डहर में तब्दील हो रहा प्रतिक्षा बस स्टैंड..बना असामाजिक तत्वों का अड्डा…

सूरजपुर

[highlight color=”yellow”]प्रतापपुर से “राजेश गर्ग”[/highlight]

प्रतापपुर नगर वासियों को सुव्यवस्थित बस स्टेण्ड उपलब्ध कराने की शासन की मंशा नगर के जनप्रतिनिधियों के मनमाने कार्यप्रणाली एवं प्रशासनीक अधिकारीयों की उपेक्षा के कारण अधुरी रह गई, लाखों की लागत से बना प्रतिक्षा बस स्टेण्ड वाहनों की प्रतिक्षा में खण्डहर होता जा रहा है। नगरीय प्रशासन द्वारा इस परिसर में मटन मार्केट लगवाकर नये स्थान पर मीनी बस स्टेण्ड बनवाने की तैयारी की जा रही है। पर इस सुव्यवस्थित भवन के दूर्दशा की सुध लेने की फुरस्त न तो जन प्रतिनिधियों को है न ही प्रशासनीक अधिकारीयों को ।
लाखों रूपये की लागत से बना प्रतिक्षा बस स्टैंड प्रतापपुर बसों की प्रतिक्षा में बदहाल हो गया हैं। कई बार प्रतिक्षा बस स्टैंड से बसों का संचालन कराये जाने का प्रशासनीक प्रयास असफल होने के बाद अब बस मालिकों के मनमानी को देखते हुए प्रतिक्षा बस स्टैंड से बसों का संचालन कराना नगर पंचायत एवं प्रशासन के लिए चुनौती बन गया हैं। नगर के मुख्य मार्गों में ट्राफिक के बढ़ने दबाव एवं बड़े वाहनों के नगर के मध्य से आवागमन से आये दिन छोटी बडी दुर्घटना होते रहती है। प्रतिदिन कई बार नगर के मुख्य मार्गो में बड़े वाहनों के कारण छोटे वाहन चालकों एवं पैदल चलने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। राज्य शासन द्वारा पच्चीस लाख रूपये की लागत से नगर के चलगली मार्ग पर बाबापारा में सर्व सुविधा युक्त प्रतिक्षा बस स्टैंड का निर्माण कराया गया। पर निर्माण के लगभग सात आठ वर्षो के बाद भी नए बस स्टैंड में बसों का संचालक प्रारंभ नहीं हुआ। नये बस स्टैंड में बने दुकानों की नीलामी भी नगर पंचायत द्वारा कराई जा चुकी है। दुकान लेने वाले व्यापारी भी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। साथ ही नगर पंचायत को लाखों रूपये के राजस्व का नुकसान हो रहा हैं।
देखरेख के अभाव में प्रतिक्षा बस स्टैंड में बने दुकानों के शटर को तोडने का प्रयास भी चोरों द्वारा किया जा चुका हैं, फर्श टुट रहें है। शाम होने के बाद नशेडियों असमाजिक तत्वों की यहाॅ महफिल जम जाती हैं।

नगर के विकास एवं रोजगार सृजन के लिए आवश्यक
प्रतिक्षा बस स्टैंड से बसों का संचालन नगर के अधिकांश प्रबुध नागरिकों की इच्छा है। जो बस मालिकों एवं नगर के विकास को अवरूध करने वाले कतपय विध्न संतोषी जनों के स्वार्थ निहित विरोध के कारण पुरा नहीं हो रहा है। पर इसके पिछे प्रशासन के दृढ़ संकल्प का अभाव भी एक बड़ा कारण हैं। प्रतिक्षा बस स्टैंड के प्रारंभ होने से कई युवाओं एवं छोटे व्यापारियों को नये रोजगार का अवसर मिलेगा पर इसके लिए नगर के प्रबुधजनों के साथ ठोस प्रशासनीक पहल आवश्यक हैं।

रिंग रोड़ का निर्माण आवश्यक
नगर में ट्रैफिक का दबाव कम करने एवं प्रतिक्षा बस स्टैंड के सुचारू संचालन के लिए नगर के बाहर से रिंग रोड़ का निर्माण आवश्यक है। जिसके लिए ग्रामीण सड़क भी है, क्षेत्र के जनता की इच्छा भी हैं। अगर कमी है तो मात्र जन प्रतिनिधियों एवं सक्षम प्रशासनीक अधिकारियों के दृढ़ संकल्प एवं ठोस पहल की जो नगर के विकास एवं बेरोजगार युवाओं को नये रोजगार का अवसर प्रदान करने के साथ साथ प्रतिक्षा बस स्टैंड के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक हैं।

असुरक्षित एवं अव्यवस्थित मटन मार्केट से बना हुवा है बिमारियों का खतरा
नगर पंचायत द्वारा बगैर किसी व्यवस्था के मटन मार्केट के लिए प्रतिक्षा बस स्टेण्ड के पीछे जगह दे दी गयी है जहां प्रतिदिन खुले में मटन बेचा जा रहा है मटन व्यवसायीयों द्वारा भी बेचे जाने वाले मटन के लिए सुरक्षित व्यवस्था नही की गई है। गदगी एवं मक्खीयों के बीच रखे मटन से कई बिमारियों की आशंका बनी रहती है प्रशासन द्वारा कभी भी मटन के लिए उपयोग किये जाने वाले मूर्गा, बकरा का कभी भी स्वास्थ्य परीक्षण पशु चिक्तिसक द्वारा नहीं कराया जाता ऐसे में कभी भी गम्भीर बिमारी का संक्रमण हो सकता है।

सीएमओ नगर पंचायत इन्द्रेश्वर सिंह ने कहा की मटन मार्केट वालों को प्रतिक्षा बस स्टेण्ड के पिछे जगह दी गई है वहां शेड का निर्माण भी कराया जाएगा, प्रतिक्षा बस स्टेण्ड के पिछे काफि किनारे हो जाने के कारण कुछ लोग सामने दुकान ले आए है उन्हे पुनः पिछे जाने की सलाह दी जायेगी।