दो गांव ऐसे जंहा भारत-पाक जैसा होता है विवाद

  • सीमा विवाद ऐसा कि मवेषी भी नहीं जा सकते
  • आये दिन दो पंचायत मे मारपीट, पूरा गांव पहुंचा कलेक्टोरेट

अंम्बिकापुर
सरगुजा व बलरामपुर सीमा में फंसे दो ग्राम पंचायतों के बीच ऐसा विवाद सामने आया है मानों यह भारत पाकिस्तान के बीच की सीमा क्षेत्र हो। इन दोनों ग्राम  पंचायतों में सीमा को लेकर इतना विवाद बढ़़ चुका है कि दूसरे ग्राम पंचायत में मवेशी भी विचरण करते हुये नहीं पहुंच सकते। अगर गलती से कोई मवेशी सीमा पार दूसरे ग्राम पंचायत में पहुंच गया तो मवेशी मालिक को 5 सौ से हजार रूपये देने पड़ते है। यहीं नहीं बलरामपुर जिले के राजपुर ब्लाक अंतर्गत घटगांव पंचायत के कोरवा अपने सीमा क्षेत्र में नहीं आने देने के लिए तीर धनुष लेकर तैयार रहते है। डकई पंचायत के लोगों द्वारा शासकीय भूमि पर कब्जा कर खेती भी की जा रही है। सभी ओर से परेशान केपी अजिरमा के लोग आज सरपंच सुमित्रा देवी के नेतृत्व में कलेक्टोरेट पहुंचे। ग्रामीणों की मांग थी कि उनके क्षेत्र का जायजा पटवारी व तहसीलदार से कराकर गांव की सीमा तय कर दिया जाए। ताकि वे रोज-रोज की विवाद से बच सके।

कलेक्ट्रेट पहुंची महिला सरपंच सुमित्रा देवी ने सैकड़ों ग्रामीण के साथ बताया कि गांव के लोग पहले गोचर भूमि के रूप में मवेशी चराने के लिए इस भूमि का उपयोग में लाते थे। उसे डकई व घटगांव पंचायत के लोगो ने अपना क्षेत्र बताकर उन्हे एवं उनके मवेशियों को अपने पंचायत क्षेत्र में आने पर सख्त पाबंदी लगा दी है। यही नहीं डकई पंचायत केे लोग शासकीय भूमि पर अपना कब्जा जमा कर खेती भी कर रहे है। गलती से मवेषियों के उस पंचायत क्षेत्र में चले जाने पर मवेशियों के स्वामी से हर्जाना के तौर पर पैसा वसूली किया जाता है। आए दिन इस बात को लेकर दोनों पंचायतों के बीच विवाद होता रहता है। इतना ही नहीं विवाद होने के साथ कई बार मारपीट भी किया जाता है। दूसरी तरफ घटगांव पंचायत के कोरवा समुदाय के लोग अपने क्षेत्र में आने से रोकने के लिए तीर धनुष लेकर तैयार रहते है। इस दौरान काफी संख्या में शिकायत करने के लिए ग्रामीण उपस्थित थे।