महँगा पड़ रहा मंत्रालय का ये फैसला…कुत्ते के काटने से बालक की मौत

परिवार के दो और बच्चे संक्रमण के कारण अस्पताल दाखिल

बलरामपुर 

पूर्व की एन डी ए सरकार में नगरी निकाय के द्वारा आवारा कुत्तो को जहर देनें के नियम को बदलना अब आम लोगो के लिए मुसीबत का सबब बन चुका है, जहां शहर में कुत्तो के आतंक से शहर वासियों का राह में चलना मुश्किल हो रहा है वही बलरामपुर जिले में कुत्ते के काटने से एक बच्चे की मौत होने का मामला सामने आया है,, दरअसल बलरामपुर जिले के रघुनाथनगर क्षेत्र के ग्राम कोगवार मे कुत्ते के काटने से फैले संक्रमण से आज सुबह एक बालक की मौत अम्बिकापुर मेडिकल कालेज अस्पताल मे इलाज के दौरान हो गई। बताया जा रहा है कि उसे दो माह पूर्व कुत्ते ने काटा था और परिजन उसका उपचार झाडफूंक करा के कराए थे। दीपावली की सुबह उसकी हालत खराब होने पर उसे वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र से अम्बिकापुर अस्पताल लाया गया था। इसके साथ ही मृतक के भाई और बहन को भी अस्पताल मे अस्पताल मे दाखिल कराया गया है । हालाकि यह खुलासा नही हुआ है कि दो अन्य बच्चे कुत्ता काटने के संक्रमण से बिमार है या फिर किसी अन्य बिमारी से। फिलहाल उनका उपचार जारी है।

जानकारी के अनुसार कोगवार निवासी नंदलाल पंडो पिता रामदयाल पण्डो उम्र 13 वर्ष को 2 माह पूर्व गांव के ही आवारा कुत्ते ने काट लिया था। जिसके बाद से परिजन उसका उपचार झाडफूंक के माध्यम से कराए थे, उसकी हालत मे सुधार भी हुआ था। लेकिन दीपावली की सुबह अचानक नंदलाल के मुह से झाग निकलने व अलग हरकत करने पर परिजनो ने उसे वाड्रफनगर अस्पताल मे भर्ती कराया था, वंहा से डाक्टरो ने उसे बेहतर इलाज के लिए अम्बिकापुर मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा था। आज सुबह उसकी मौत हो गई। नंदलाल के साथ-साथ उसकी बहन हिरमनिया उम्र 14 वर्ष व भाई जिंदलाल उम्र 7 को भी मेडिकल कालेज अस्पताल मे दाखिल कराया गया है। फिलहाल बुखार व उल्टियां हो रही है। लेकिन दोनो की बिगडती तबियत को देखकर डाक्टर इस बात की जांच कर रहे है कि दोनो बच्चो को कुत्ते के काटने से संक्रमण हुआ है या फिर ये दोनो किसी अन्य बिमारी से ग्रसित है।