अवैध वसूली करने वाले कनिष्ठ अभियंता निलंबित..

खराब ट्रांसफार्मर बदलने एवं विद्युत सेवा के एवज में वसूली की मिली थी शिकायत

अम्बिकापुर

छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी अम्बिकापुर क्षेत्र के मुख्य अभियंता एसके ठाकुर ने खराब ट्रांसफार्मर बदलने एवं विद्युत सेवा के एवज में वसूली करने वाले बलरामपुर वितरण केन्द्र में पदस्थ समीर कुमार नियोगी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में इस कनिष्ठ अभियंता का मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ होगा।
गौरतलब है कि अब विद्युत वितरण कंपनी अम्बिकापुर क्षेत्र के अन्तर्गत सरगुजा संभाग के सभी जिले यथा अम्बिकापुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, जशपुर संलग्न हुए हैं, इन सभी जिलों में विद्युत विकास कार्यों की मानिटरिंग मुख्य अभियंता द्वारा की जाती है साथ ही आवश्यकतानुसार विद्युत विस्तार को प्राथमिकता से पूर्ण करने के लिए कार्ययोजना भी बनाई जाती है। और समस्त उपभोक्ताओं को विद्युत की बेहतर सुविधा मिले, इसके लिए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी जाती है। मुख्य अभियंता श्री ठाकुर द्वारा विगत सप्ताहिक दौरों के माध्यम से विभागीय संभागों में विद्युत विकास कार्यों का मूल्यांकन किया गया, जिसमें बलरामपुर एवं जशपुर में विभागीय कर्मचारियों द्वारा ही अवैध वसूली की शिकायत उपभोक्ताओं द्वारा की गई। इस परिप्रेक्ष्य में मुख्य अभियंता द्वारा जाँच की गई और उन्होंने उक्त कनिष्ठ यंत्री को इस कृत्य में संलिप्त पाया और तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्हे निलंबित कर दिया।
मुख्य अभियंता श्री ठाकुर ने सरगुजा संभाग के सभी उपभोक्ताओं से आग्रह करते हुए कहा है कि विद्युत संबंधी सभी सुविधाओं एवं समस्याओं को कम्पनी के कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनिष्ठ अभियंता के समक्ष रखें जिस पर वे तत्काल कार्यवाही कर उक्त समस्या को निराकृत कर सकें। खराब ट्रंासफार्मर बदलने एवं विद्युत सेवा के लिए किसी भी प्रकार की अवैध उगाही की सूचना तत्काल बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों को दें जिससे संबंधित पर तत्काल कार्यवाही की जा सके। विभागीय दौरों के माध्यम से उन्हें यह सूचना मिली कि ग्रामीण क्षेत्रों में खराब ट्रंासफार्मर बदलने, विद्युत खम्बा क्षतिग्रस्त होने एवं तार टूटने पर सुधार कार्य के एवज में सरपंच या जनप्रतिनिधियों द्वारा विभाग के कर्मचारियों से मिलिभगत के माध्यम से ग्रामीण उपभोक्ताओं से अवैध उगाही की जा रही है। इस पर उन्होंने विभागीय जाँच प्रस्तावित कर संबंधित व्यक्तियों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश भी दिये हैं।