उद्घाटन के पहले ही 8 करोड़ के स्वास्थ्य केन्द्र भवन में पड़ रही दरारें

भैयाथान   सूरजपुर जिले के भैयाथान विकासखंड मुख्यालय स्थित निर्माणाधीन 50शैया अस्पताल भवन अपने उद्घाटन के पूर्व ही जर्जर हो गया है। भवन के दीवारों पर दरारें आने लगी हैं। वहीं भवन निर्माण में हो रही देरी के कारण निर्धारित समय पर निर्माण कार्य पूरा भी न हो सका है। जनपद पंचायत भैयाथान मुख्यालय में लगभग 8 करोड़ रुपए की लागत से 50शैया चिकित्सालय भवन का निर्माण वर्ष 2014 में किया गया था। इतनी बड़ी राशि खर्च किए जाने के बाद भी निर्माणाधीन भवन की दीवारों पर दरार पड़ने लगे हैं। इससे यह अंदेशा जताया जा रहा कि विभागीय मिलीभगत के कारण ही चिकित्सालय भवन के निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रही है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं छतीसगढ़ मेडिकल सर्विस ऑफ़ कारपोरेशन द्वारा भवन को बनाने की जिम्मेदारी वर्षा कन्स्ट्रक्शन रायपुर को दी गई थी लेकिन वर्षा कंस्ट्रक्शन ने इसे मनेन्द्रगढ़ निवासी हरिस अग्रवाल को पेटी कांट्रेक्ट पे दे दिया। पेटी कान्ट्रैक्टर द्वारा धीमी गति व कार्य में अनियमितता बरतने के कारण भवन का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया जा सका है।  जबकि भवन का निर्माण कार्य नियमानुसार अगस्त 2016 तक पूर्ण किया जाना था। निर्माण कार्य के दौरान संबंधित विभाग के साइट इंचार्ज नहीं दिखते हैं। इससे विभागीय मिलीभगत के आरोपों की सत्यता को बल मिल रहा है।
वही विभाग द्वारा यह कहा जा रहा कि लेट लतीफी का कारण पेड़ है। जिस जगह पे निर्माण कार्य किया जा रहा था उस जगह पे पेड़ होने के कारण नही बन पाया लेकिन वास्तव में ठेकेदार को फायदा पहुचाने के लिए बड़े पेड़ का कारण बता दिया गया वही जिस जगह पे निर्माण कार्य चल रहा था वहां पे कोई भी बड़े पेड़ नही थे वहां पे सिर्फ छोटे पेड़ थे उनको काटने में सिर्फ एक दिन लगता लेकिन विभाग इसे बड़ा पेड़ बोलकर समय मांगा गया और समय मांगने के बाद भी  एक साल लग गया बनने में लेकिन आज तक वह भी यह अस्प्ताल कंप्लीट नही हुआ जल्दी कार्य करने में दीवाल पर कई जगहों पे दरारे आ गई है वही करोडो रुपये के बन रहे भवन। में दरार का करोड़ों रुपये खर्च किया जा रहा वही ठेकेदार के द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग कर भवन निर्माण कराया जा रहा जिससे भवन में दरार आना सुरु हो गया है।
वही इस संबंध में एच सी इंजीनियर इकलाख अहमद ने बताया कि जिस जगह पे दरार आया है उसे फिर से रिपेयर किया जायेगा।और भवन बनने में कई प्रकार की दिक्कत के वजह से लेट लतीफ हुआ है।वही जिस जगह पे भवन बन रहा उस जगह पे बड़े पेड़ होने के कारण निर्माण कार्य मे लेट हुआ है और ठेकेदार को समय दिया गया है।