सुपुर्दे-ए-खाक के लिए दो गज जमीन भी नसीब नही…..

अमितेष पाण्डेय

अंबिकापुर(खबरपथ) सूरजपुर जिले के भटगांव नगर पंचायत क्षेत्र मे मुस्लिम समाज के लिए कब्रिस्तान तक के लिए जगह नही मिल पा रही है। कब्रिस्तान की भूमि पर वन विभाग ने कब्जा जमा लिया है,, हांलाकि कब्रिस्तान के लिए चयनित भूमि पर नगर पंचायत बुनियादी विकास के लिए निर्माण तो करा रहा था,, लेकिन वन विभाग ने अडंगा लगा दिया,, आलम ये है कि कफन दफन के लिए समाज के लोग दर दर की ठोकरे खा रहे है।

सूरजपुर जिले के भटगांव क्षेत्र मे एसईसीएल की खुलते ही सन् 1971-72 से मुस्लिम समाज के लोग नौकरी के लिए यंहा पंहुचे थे। जंहा अपने परिजनो के कफन दफन के लिए इन्होने शासन से कब्रिस्तान के लिए जमीन मांगी थी,, इस मांग के 15 वर्ष बाद सन् 1987 मे तात्कालीन सरगुजा कलेक्टर ने तहसीलदार और एसडीएम के जांच प्रतिवेदन के आधार पर भटगांव की 5 एकड राजस्व भूमि कब्रिस्तान और ईदगाह के लिए अंसारी अंजुमन कमेटी को देने का आदेश दिया। आदेश के लगभग 10 वर्ष बाद वन विभाग ने उक्त भूमि पर पौधा रोपण का कार्य शुरु करवा ,, कब्रिस्तान का भूमि पर विभाग की मुहर लगा दी।  लेकिन समाज की लंबी शिकायत के बाद सन् 2006 मे सरगुजा कलेक्टर द्वारा प्रकरण पर पुन. विचार शुरु किया गया, लेकिन प्रकरण अभी तक विचाराधीन है,, इसी बीच नगरीय निकाय मंत्री द्वारा कब्रिस्तान के बाउंड्री वाल के लिए आठ लाख रुपए स्वीकृत कर दिया गया,, और इसी वर्ष 2013 मे जब नगर पंचायत ने निविदा कर बाउंड्री वाल का काम शुरु कराया गया तो वन विभाग ने भूमि पर अपना हक दिखाते हुए काम रुकवा दिया। जिससे स्थिती ऐसी है कि मुस्लिम समाज के लोगो को अपने परिजनो के कफन दफन के लिए या तो दर दर भटकना पडता है या फिर वो दूसरे राज्यो मे जाकर शव के कफन दफन का काम करते है। ऐसे मे समाज के लोग लंबित प्रकरण के प्रशासनिक फैसले का इंतजार कर रहे है।

राजस्व और वन विभाग के दांव पेंच मे उलझे कब्रिस्तान के मामले मे समाज के लोग सुपुर्दे-ए-खाक के लिए अधिकारी के दफ्तर काट काट कर थक चुके है। क्षेत्र के अंसारी अंजुमन कमेटी ने कब्रिस्तान से वन विभाग के अवैध कब्जे को हटवाने के लिए राज्य अल्प संख्यक आयोग से भी गुहार लगाई है,, अपने तुगलकी फरमानो के लिए चर्चित वन विभाग कब्रिस्तान जैसे मामलो मे भी हस्ताक्षेत्प करने से बाज नही आ रही है,, हांलाकि इस संबध मे सूरजपुर वन मंडल के डीएफओ किसी से भी बात करने से परहेज कर रहे है, तो प्रशासनिक अधिकारी जल्द मामले के निबटारे का आश्वासन देकर मामले से पलडा छाडने की कोशिश करने मे मशगूल है।

जिस पाक काम के लिए प्रशासन और वन विभाग को आम राय बना कर फैसला कर देना चाहिए ,, उसके लिए वर्षो का इंतजार क्या न्याय की श्रेणी मे आता है,, बहरहाल भटगांव और आस पास के मुस्लिम समाज के लोग आज भी अपनी मौत के बाद नसीब होने वाली दो गज जमीन के लिए प्रशासन की ओर टकटकी लगाए बैठे है।

श्री अफरोज खान, सदस्य, अंसारी अंजुमन कमेटी

कफन दफन तक के लिए व्यवस्था नही है, मुख्यमंत्री ,गृहमंत्री तक से ज्ञापन के द्वारा गुजारिश की गई है,, लेकिन अब तक आश्वान के अलावा कुछ नही मिला। और अगर किसी और जगह कब्रिस्तान के लिए जमीन आबंटित कराई जाती है, तो पुराने कब्रिस्तान मे दफन सैकडो मुर्दो का क्या होगा।    

श्री हनीफ रिजवी, सदस्य, अंसारी अंजुमन कमेटी            

कफन दफन के लिए काफी दिक्कत होती है,, अंतिम संस्कार के लिए दूसरे राज्यो के पुस्तैनी गांव जाना पडता है,,

 

श्री डी.एन.ओझा,,सीएमओ,नगर पंचायत,भंटगांव

निविदा करा कर कब्रिस्तान की जमीन पर बाउंड्री वाल का काम शुरु कराया गया था, जिस पर वन विभाग ने रोक लगवा दी, जिसकी शिकायत कलेक्टर से की गई है, जल्द ही इसके निपटारे के बाद कार्य फिर से प्रारंभ कराया जाएगा।