कलेक्टर श्री जी.आर. चुरेन्द्र की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक सम्पन्न..

सूरजपुर 11 जुलाई 2014

 

अधिकारियों की समीक्षा बैठक जिला कार्यालय के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में राजस्व प्रकरणों की, अविवादित नामांतरण, विवादित नामांतरण, अविवादित बंटवारा, विवादित बंटवारा, अभिलेख कोष्ठ, नजुल नवीनीकरण की समीक्षा, पटवारी बस्ता जाॅच की जानकारी, सीमांकन प्रकरण, भू-अर्जन, निराकृत राजस्व प्रकरणों, बन्दोबस्त त्रुटि, अवैध परिवहन उत्खन्न, नक्षा बटांकन, अवैध उत्खनन तथा अतिक्रमण आदि प्रकरणों का विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए मुआवजा के लिए विषेष षिविर लगाकर मुआवजा की राषि वितरित किया जाए।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि 15 अगस्त तक खसरा नक्षा पटवारियों के समस्त रिकार्ड
कम्प्यूटरीकृत किया जाएगा। 30 अगस्त के बीच समस्त पटवारी रिकार्ड एसडीएम के पास जमा करंे। 30 अगस्त के बाद 1 सितम्बर से कोई भी दस्तावेज खसरा नक्षा हाथ से लिखा हुआ वितरण नही किया जाएगा। महीने में सभी पटवारियों के बस्तों का अनिवार्यतः निरीक्षण रोस्टर बनाकर किया जाये, विभिन्न राजस्व वसुली तथा नजुल डायवर्सन, पर्यावरण उपकर, विकास उपकर, भू-राजस्व एवं अन्य वसूली के संबंध में पटवारी हल्का वार एवं तहसीलवार कायमी दर्ज है या नही एवं बकाया वसूली की स्थिति, डब्ल्य.ू बी. एम. शाखा सुधारात्मक कदम उठाते हुए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। सभी नजूल भूमि के पुराने अधिक राषि के बकायादार राषि जमा नही करने पर उनका नाम समाचार पत्रों में प्रकाषित करवाया जाएगा। राजस्व न्यायालयों द्वारा अपंजीकृत प्रकरणों को दर्ज कर निराकरण की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में वन अधिकार पट्टा वितरण की कार्यवाही पर चर्चा की गई।
कलेक्टर श्री जी.आर.चुरेन्द्र ने बताया कि जिले में व्यापक रूप से अतिक्रमण चल रहा है। सभी पटवारी से सम्पर्क कर उन्हे अतिक्रमण हटाने को कहा जाये। अतिक्रमण हटाने की जो कार्यवाही की जा रही है। उसका एक प्रति प्रचार-प्रसार हेतु कार्यालय में देने कहा। इसी तरह सूरजपुर जिले के प्रत्येक ब्लाक के प्रत्येक ग्राम पंचायत में अतिक्रमण किया गया है। उन्होने तहसीलदारों को निर्देषित करते हुए कहा कि पटवारी की जिम्मेदारी अतिक्रमण हटाने की है। राजस्व भूमि का संरक्षक राजस्व अधिकारी होते है, अतिक्रमण समय सीमा में हटाऐ। बैठक में राजस्व अधिकारियों से अपने-अपने कार्यालयों को व्यवस्थित रखने तथा अद्यतन जानकारी रखने कहा। कलेक्टर ने भू-अर्जन मुआवजा वितरण के संबंध में भी चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे प्रकरण जो मुआवजा वितरण नही हुआ है, शीघ्र वितरण के निर्देष दिये। उन्होने कहा है कि जाति प्रमाण पत्र के लिए एक विषेष अभियान चलाकर बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाकर वितरित करें।
बैठक में अपर कलेक्टर एम.एल.घृतलहरे, अनुविभागीय अधिकारी सूरजुपर श्री जे.आर.भगत, प्रतापपुर एस.आर कुर्रे, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती नम्रता आनंद डोंगरे तथा सर्व तहसीलदार, नायब तहसीलदार, खनिज अधिकारी खाद्य एवं राजस्व निरीक्षक सहित सभी विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।