‘कचरे से सोना’’ का सपना हुआ साकार : प्लास्टिक कचरे की पहली खेप 2.11 लाख की

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अम्बिकापुर

नगरीय क्षेत्रों में कचरे का निपटारा एक बड़ी समस्या है। प्रतिदिन शहर से निकलने वाले हजारों टन कचरे का निपटारा कहां करें ? कैसे करें कि उस कचरे के बिखरने अथवा सड़ने से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके अथवा खत्म किया जा सके। इन्हीं बातों को दृष्टिगत रखकर सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन के मार्गदर्शन में नगर पालिक निगम अम्बिकापुर में अभिनव पहल करते हुए ठोस, तरल अपशिष्ठ प्रबंधन केन्द्रो का संचालन प्रारंभ किया गया। नगर निगम अम्बिकापुर के पास वर्तमान में 90.06 टन रिसायकल सामग्री का संग्रहण किया जा चुका है। अम्बिकापुर के डी.सी. रोड स्थित ठोस, तरल अपशिष्ठ प्रबंधन केन्द्र मंे कचरे के तीसरे चरण के पृथक्करण के पश्चात आज ्8 टन कचरा नगर के व्यापारी श्री काशीनाथ साह को विक्रय किया गया। इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने कचरे से लदे ट्रक को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस प्रकार अम्बिकापुर छत्तीसगढ़ का पहला नगरीय निकाय है, जहां ठोस, तरल प्रबंधन केन्द्रों के संचालन के माध्यम से कचरे का निपटारा किया जा रहा है।
एस.एल.आर.एम केन्द्र की शुरूआत
14 अप्रैल 2015 को निगम क्षेत्र के केनाबांध वार्ड में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति मे पहले एस.एल.आर.एम. केन्द्र का शुभारंभ हुआ। घर से घर से कचरा संग्रहित कर केन्द्र तक लाने, कचरे का सामग्री की प्रकृति के आधार पर पृथक्करण करने, शोधन करने एवं साफ किये हुए कचरे को बेचने के इस परियोजना मंे आज दो टन शोधित प्लास्टिक कचरे को 2 लाख 11 हजार रूपये विक्रय किया गया। इस प्रकार प्रदूषण एवं संक्रमण का कारण बनने वाला कचरा आमदनी का स्त्रोत बन गया है। इस प्रकार नगर के लोगो का ‘‘कचरे से सोने’’ का सपना साकार हो गया है। ठोस,तरल अपशिष्ठ प्रबंधन केन्द्रों के संचालन से गलियों, सड़कों एवं नालियों में जहां कचरा गायब हो गया है, वहीं डम्पिंग यार्ड मे भी कूड़ों का ढेर नही लग रहा है, जिससे शहर की सफाई सुनिश्चित हो रही है।
कचरा प्रबंधन का कारगर तरीका, शासन का मिला सहयोग
विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष एवं स्थानीय विधायक श्री टी.एस. सिंह देव ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कचरा प्रबंधन का यह तरीका बेहद कारगर है। उन्होंने कहा कि कचरा प्रबंधन के इस कार्य के प्रारंभ मे लोगो के मन अनेक प्रकार की आशंकाएं एवं कुशंकाएं व्याप्त थी, किन्तु अब इस प्रबंधन द्वारा बुनियादी सफलता के प्रथम चरण को पार कर लिया गया है तथा लोगों की शंकाएं दूर हो गई हैं। उन्होंने इस प्रबंधन के आधारभूत संरचनाओं हेतु राज्य शासन द्वारा  शीघ्र एवं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये गये आबंटन की प्रशंसा करते हुये कहा कि सही समय पर राशि प्राप्त होने के कारण ही निगम क्षेत्र में 17 एस.एल.आर.एम. केन्द्रो का संचालन सुनिश्चित हो सका है। उन्होंने कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन सहित नगर निगम के जनप्रतिधियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई प्रेषित करते हुए इस कार्य को भविष्य मे भी पूरे लगन एवं समन्वय से जारी रखने का आह्वान किया।
आशंकाएं निराधार, मिली सफलता
महापौर डॉ. अजय तिर्की ने अपने संबोधन मे कहा कि केन्द्रों के संचालन के प्रारंभ मे लोगो के मन में जो आशंकाए व्याप्त थीं, वह अब पूरी तरह से समाप्त हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि हमें अब इस प्रबंधन को जारी रखते हुए सफलता के नये सोपान तय करने हैंं। निगम के सभापति श्री शफी अहमद, पार्षद श्री हेमन्त सिन्हा, श्री आलोक दुबे, श्री द्वितेन्द्र मिश्र एवं श्री मधुसूदन शुक्ला ने भी प्रबंधन केन्द्र के संचालन में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों एवं महिलाओं के कार्यो की प्रशंसा करते हुए इस सफलता के लिए बधाई दी।
आत्ममुग्ध न होकर करें दायित्वों का निर्वहन
कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने कहा कि कचरा प्रबंधन के इस कार्य का प्रमुख लक्ष्य शहर की साफ-सफाई है। उन्होंने कहा कि जिन कचरो का संग्रहण एवं पृथक्करण कर हम आज विक्रय कर रहे है, वह कूड़ा निश्चित रूप से शहर की सड़कों, नालियों अथवा डम्पिंग यार्ड में बिखरा हुआ अथवा सड़ता हुआ मिलता। इस प्रबंधन से यह कचरा आय का स्त्रोत बन रहा है, साथ ही सफाई भी सुनिश्चित हो रही है। उन्होंने कहा कि कचरे को शोधित कर बेचने की इस पहली सफलता से कार्यकर्ता आत्ममुग्ध न हो जायें, अपितु निर्धारित कार्यो को सही समय पर करते हुए अपने शहर को साफ सुथरा रखने एवं अन्य शहरों के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करें। उन्होंने कचरा प्रबंधन के इस कार्य में सफलता के लिए जनप्रतिनिधियों, नगर निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों तथा कार्यरत महिला सदस्यों की प्रशंसा करते हुए एस.एल.आर.एम. केन्द्र को उद्देश्यों के अनुरूप संचालित करने का आग्रह किया।
17 एस.एल.आर.एम. का संचालन
निगम के आयुक्त डॉ. एल.के.सिंगरौल ने बताया है कि निगम क्षेत्र में 17 एस.एल.आर.एम. केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। इन केन्द्रो में अब तक 90.06 टन रिसायकल सामग्री का संग्रहण किया जा चुका है। आगामी सप्ताह मे बची हुई सामग्री का विक्रय किया जायेगा। यूजर चार्ज के तहत जून 2015 से अब तक 4 लाख 12 हजार 905 रूपये प्राप्त हुये हैं। संग्रहित कचरे को 104 प्रकारों में अलग-अलग कर विक्रय हेतु तैयार किया गया है। वर्तमान में शहर के 10 वार्डो में प्रत्येक घर तक पहुॅचकर कचरों का संग्रहण किया जा रहा है, अन्य वार्डो में भी कचरा संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। सभी घरों तक कचरा संग्रहण करने वाली महिलाओं की पहुॅच शीघ्र ही प्रारंभ होगी। इस कार्य मे 34 मानव चलित रिक्शा एवं 6 बैटरी चलित रिक्शा का उपयोग किया जा रहा है। इन 17 केन्द्रों में 193 महिला कार्यकर्ता 38 सुपरवाईजर एवं 9 कोर मेम्बर कार्यरत हैं। इस अवसर पर वार्ड की पार्षद श्रीमती विमला यादव, श्री शफीक खान, श्री फारूख मोहम्मद, श्री इन्दरजीत सिंह धंजल, श्रीमती सावित्री सारथी, श्री यू.एस.सिंहदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक, निगम के कार्यपालन अभियंता श्री प्रमोद दुबे, एनयूएलएम की मैनेजर श्रीमती शिल्पा पाण्डेय, स्वच्छ अम्बिकापुर मिशन सहकारी समिति की महिला सदस्य उपस्थित थीं।