कागजों में कानून, राह में ठेले

कोरिया(रवि कुमार सावरे)

नगर निगम के नवनिर्वाचित बोर्ड ने चिरमिरी को स्मार्ट शहर बनाने का सपना दिखाया है, लेकिन सड़कों पर जगह-जगह खड़े आड़े-तिरछे ठेले-थडियां शहर की सूरत बिगाड़ रहे हैं। सरकार के नो वेंडर जोन की योजना को भी ये हालात धता दिखा रहे हैं।

हाल यह है कि मुख्य मार्गो से लेकर गली चौराहों पर ठेलों मे फल सब्जी बेचने वालों को व्यवस्थित करने के लिए नो वेंडर जोन तक घोषित नहीं किया जा सका है। इन ठेलों को व्यस्थित करने के लिए केन्द्र सरकार पथ विक्रेता (जीविका संरक्षण एवं पथ विक्रय विनियमन) अधिनियम – 2014 में लाई, लेकिन कहीं भी इसकी पालना नहीं हो रही है। शहर में कुछ स्थानों पर तो राह रोककर खड़े रहने वाले ठेला चालकों के कारण पैदल गुजरना तक मुश्किल हो रहा है।

बिना परेशानी कर सकें व्यवसाय
पथ विक्रेता अधिनियम के तहत स्थानीय निकाय को शहर में ऐसे स्थान चिह्नित करने थे, जहां वेंडर बिना किसी परेशानी व्यवसाय कर सकें। कानून के मुताबिक प्रत्येक शहर की जनसंख्या में ढाई प्रतिशत के बराबर वेंडर्स लाइसेंस जारी करने थे। राज्य सरकार और सम्बन्घित स्थानीय निकाय को शहरों में वेंडिग जोन घोषित करने थे। वेंडर्स को लाइसेंस देने के लिए शहरों में समिति बनानी है। समिति में चालीस फीसदी भागीदारी फुटकर व्यवसायियों व 10 प्रतिशत गैर सरकारी संगठन की होगी।
यह करना है निकाय को

  • क्षेत्र में नो वेंडर जोन घोषित कर ठेला व्यवसायियों के लिए जगह तय
    करनी है।
  • जगह चिह्नित करने के साथ ही ठेला और फुटफाथ व्यवसायियों को
    लाइसेंस देना है।
  • लाइसेंस देने की प्रक्रिया के लिए कमेटियों का गठन

शहर में कहां क्या हाल…
शहर के प्रमुख बाजार हल्दी बाड़ी रोड पर हाल यह है कि जरा सा चूके और दुर्घटना। दोनों तरफ दुकानदार फुटपाथ तक फैले हुए हैं। इनके आगे ठेले जमा हो जाते हैं, ऐसे में सड़क पर निकलने के लिए जगह नहीं बचती। इन दिनों शहर में सड़क का निर्माण हो रहा है, लेकिन सड़कों के किनारों पर खड़े इन बेतरतीब ठेलों को नहीं हटाया गया। हाल यह है कि पैदल राहगीरों को भी ठोर नहीं मिल रही। मेन रोड़ पर आए दिन राहगीर चोटिल हो रहे हैं।

हिमाष तिवारी ,आयुक्त नगर निगम चिरमिरी 
बाजार को व्यवस्थित करने का काम जल्द शुरू होगा। इसके लिए ठोस योजना बनाएंगे। बाजार व्यवस्थित दिखे और किसी को परेशानी नहीं हो ऐसे प्रयास किए जाएंगे।