‘वादे निभाना तो दूर, 32 माह में 32 विकास कार्य भी नहीं कर पाई छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार’

• नेता प्रतिपक्ष का आरोप, सिर्फ सत्ता के आनंद में गुजर रहा कार्यकाल

रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के पास बीते 32 माह में विकास के नाम पर 32 प्रमुख विकास कार्य बताने को कुछ भी नहीं है। इस सरकार का अपना आधा समय सत्ता के आंनद में बीत गया है। जब भी विकास पर चर्चा होती है तो प्रदेश की सरकार कागजों पर विकास की बात कर केवल भ्रम फैलाने का काम रही है। प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल है, इसके पास जनता को बताने कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरी सरकार कर्जादारी को समर्पित है। इस सरकार ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में 40 हजार करोड़ का कर्ज लेकर इतिहास रचा है। किसान न्याय योजना के नाम पर प्रदेश के किसानों को छला जा रहा है। यह किसान न्याय नहीं अन्याय योजना है। किसानों को प्रति एकड़ 10000 रुपये का प्रावधान रखा था लेकिन किसानों को 9000 रुपये का ही प्रवधान है। किसानों को 2500 देने का देने का एलान किया था लेकिन अब तक 2500 रुपये प्रति क्विंटल धान का भुगतान नहीं किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के नाम पर 99 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जिसमें 50 करोड़ भुगतान किया गया। इस योजना के नाम पर प्रदेश में भारी भष्ट्राचार हो रहा है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि तेन्दुपत्ता संग्रहकों को दो साल का बोनस भी नहीं दिया गया है। केन्द्र सरकार ने 87 वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया है लेकिन प्रदेश की सरकार ने केवल 52 वनोपज पर ही समर्थन मूल्य घोषित किया है। इससे वनवासी समाज को काफी नुकसान हो रहा है। जिसके लिये प्रदेश की सरकार जिम्मेदार है। बिलजी बिल माफ के नाम पर पूरे प्रदेश को छला गया है। अब 6 प्रतिशत बिजली बिल में वृद्धि करके आम उपभोक्ताओं को छला जा रहा है। छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ हो गया है। प्रदेश के हर जिले में हत्या, लूट, बलात्कार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस पर अंकुश लगाने की दिशा में कोई कार्य नहीं हो रहा है। नेता प्रतिपक्ष

श्री कौशिक ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अनुसार प्रदेश वासियों को आवास नहीं मिल रहा है। जिसके लिये प्रदेश की सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा राज्य में हर तरह का माफिया सक्रिय है। शराब, सीमेंट, भू-माफिया सक्रिय हैं। बेरोजगारों को 2500 रुपए प्रतिमाह देने के नाम पर ठगा गया है। वादे के बाद भी युवाओं की भर्ती सरकारी नौकरी में नहीं हो रही है। शराबबंदी के नाम पर प्रदेश सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। अपने 36 वादों में अधिकांश वादे तो कांग्रेस सरकार भूल गई। उसके बाद भी किस 32 विकास के वादों को पूरा करने का वादा प्रदेश की कांग्रेस सरकार कर रही है। भाजपा शासनकाल में शुरु हुई तीर्थ यात्रा योजना बंद हो गई है।

केन्द्र की सरकार जब 28 प्रतिशत डीए दे रही है तो प्रदेश के कर्मचारियों को 16 प्रतिशत डीए नहीं दिया जा रहा है। साथ ही सातवें वेतनमान के एरियर्स की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। आंगनबाड़ियों में महिला समूह से 25 प्रतिशत तक कमीशन लिया जा रहा है। शराब की अवैध बिक्री के साथ ही सरकारी संरक्षण में प्लेसमेंट एजेंसी के कर्मियों द्वारा लाखों का गबन किया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश में सूखा राशन के नाम पर 400 करोड़ का भ्रष्ट्राचार किया गया है। बीज निगम में भारी भ्रष्ट्राचार है। राजनांदगांव सहित कई जिलों में गुणवत्ताहीन बर्तन की खरीदी की गयी है। बिलासपुर सहित बीजापुर व कई जिलों में भंडार नियमों का पालन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि भैसाझार परियोजना में करोड़ों रुपये का मुआवजा घोटला हुआ है। प्रदेश में 13 सौ करोड़ का धान सड़ गया है। पूरी सरकार संविदा अधिकारियों के सहारे चल रही है। प्रदेश में करीब 400 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। 5000 अनियमित कर्मचारियों को सेवा मुक्त किया गया है। किसानों को खाद के लिये प्रदर्शन करना पड़ रहा है। इन सबके बाद भी प्रदेश सरकार किस विकास का वादा करती है जेड यह समझ से परे है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि इस सरकार को प्रदेश के विकास से कोई लेना-देना नहीं है। इसके खुद के अपनों के बीच संवाद से अधिक विवाद है। जिसका हर्जाना जनता को भुगतना पड़ रहा है।