Chhattisgarh: “कांग्रेसियों के हाथ तो पैदा होते ही गांधी खानदान की स्तुति में जुड़ जाते हैं”, हाथ जोड़ो अभियान पर बोले चंद्राकर

Raipur: कांग्रेस पार्टी द्वारा देशभर में चलाए जा रहे हाथ से हाथ जोड़ो अभियान पर छततीसगढ़ के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कड़ा प्रहार किया है। चंद्राकर ने कहा है कि, कांग्रेस के लोगों के पैदा होते ही दोनों हाथ फेविकोल से जुड़ जाते हैं, और वे लोग स्तुति-आराधना करने लगते हैं गांधी खानदान की। चंद्राकर ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के लोगों को न घोषणा पत्र के माध्यम से जो सब्जबाग दिखाए गए, उसे पूरा कर पाने में कांग्रेस पार्टी की सरकार विफल रही है। अब इसलिए कांग्रेसी प्रदेश की जनता से माफी मांगने निकले हैं। उन्होंने कहा है कि, कांग्रेस को लगता है कि घोषणा पत्र के वादों को सच में पूरा किया गया है तो मैं चुनौती देता हूं… इस पर चर्चा के लिए।

पूर्व मंत्री चंद्राकर अब अगले वित्त वर्ष से बेरोजगारी भत्ता दिए जाने की घोषणा पर तंज कसते हुए कहा कि, नए वित्तीय वर्ष का मतलब चुनावी झुनझुना है। कांग्रेस पार्टी में थोड़ी सी विश्वसनीयता है तो दिसंबर 2018 से बेरोजगारी भत्ता दें। बजट आएगा तब तक आचार संहिता लग जाएगी, 2018 से भत्ता नहीं मिला तो घोषणा का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि, सरकार अगर जन घोषणा पत्र को गंभीरता से लेती है तो 2018 से बेरोजगारी भत्ता दे, तभी बेरोजगारों के साथ न्याय होगा, नहीं तो चुनावी घोषणा मात्र माना जाएगा।

सरकार द्वारा बजट की तैयारियो को लेकर बैठक पर चंद्राकर ने कहा कि, पूंजीगत व्यय में आज तक जितना बजट रखा जाता है वो तो लैप्स हो जाता है, केवल रेवड़ी बांटने वाली समितियों के बजट पास होते हैं। दो साल में कितना बजट लैप्स हुआ.. मुख्यमंत्री बताएं। रावण जैसी घोषणा करने से कुछ नहीं होने वाला। फिल्म सिटी, बोधघाट परियोजना, दो यूनिवर्सिटी खोलने के विधेयक पारित हुए। उनका क्या हुआ ये बताएं। चंद्राकर ने कहा कि, आखरी साल के बजट में चुनावी खर्चे निकलने पर चर्चा होगी।

कांग्रेस के महंगाई पर चर्चा कराए जाने पर भड़के पूर्व मंत्री अजय चंद्रकार ने कहा कि, छत्तीसगढ़ सरकार ने दारू टूरिज्म शुरू किया है। तभी तो देखिए ना मिजोरम के कपल यहां आकर मस्ती करते हैं। स्कूल का मास्टर 26 जनवरी के समारोह में दारू पीकर स्कूल पहुंचता है। राजधानी में माफिया सक्रिय हैं। श्री चंद्राकर ने कहा कि, मंत्रियों के संरक्षण में नशे का कारोबार हो रहा है। कांग्रेस को इस विषय पर चर्चा करनी चाहिए।