जन्म से नेत्रहीन आज देश के मुख्य निःशक्तजन आयुक्त : मुख्यमंत्री ने शुभकामनाएं दी

रायपुर, 30 मई 2014

  • श्री पिंचा ने मुख्यमंत्री से की सौजन्य मुलाकात
  • छत्तीसगढ़ में निःशक्तजनों के लिए संचालित योजनाओं की तारीफ

 

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज रात राजधानी रायपुर में उनके निवास पर केन्द्र सरकार के मुख्य निःशक्तजन आयुक्त श्री प्रसन्न कुमार पिंचा ने सौजन्य मुलाकात की। डॉ. सिंह ने स्मृति चिन्ह सहित  रायपुर के एक मूक-बधिर छात्र शुभेन्दु चौहान द्वारा निर्मित श्री पिंचा का चित्र भी श्री पिंचा को भेंट किया। मुख्यमंत्री ने श्री पिंचा की प्रशंसा की और कहा कि जन्मजात नेत्रहीनता के बावजूद श्री पिंचा ने हिम्मत और हौसले के साथ जीवन में आगे बढ़कर सफलताएं हासिल की है और देश के मुख्य निःशक्तजन आयुक्त के पद को सुशोभित कर रहे हैं। डॉ. सिंह ने उन्हें शुभकामनाएं दी और कहा कि आप दूसरों से बेहतर देख पाते हैं।  मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान श्री पिंचा ने छत्तीसगढ़ में निःशक्तजनों के सामाजिक-आर्थिक विकास और उनके पुनर्वास के लिए राज्य शासन द्वारा संचालित योजनाओं की विशेष रूप से प्रशंसा की। श्री पिंचा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने केन्द्रीय निःशक्तजन अधिनियम 1995 के तहत निर्धारित तीन प्रतिशत के आरक्षण के विरूद्ध राज्य में निःशक्तजनों को सरकारी सेवाओं में दोगुना यानी छह प्रतिशत आरक्षण दिया है, जो निश्चित रूप से देश के अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा दायक है। श्री पिंचा ने इसके लिए मुख्यमंत्री की सहृदयता और संवेदनशीलता की भी तारीफ की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के अपने दो दिवसीय प्रवास के अनुभवों को काफी उत्साहजनक बताया और कहा कि डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा निःशक्तजनों को शिक्षा और स्वावलम्बन के लिए हर प्रकार की सुविधा दी जा रही है। श्री पिंचा ने माना केम्प में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सेरेब्रल पाल्सी गेटलेब और भौतिक पुनर्वास केन्द्र का भी उल्लेख किया और कहा कि अन्य राज्यों के अधिकारियों को छत्तीसगढ़ आकर यहां निःशक्तजनों के कल्याण के लिए राज्य शासन द्वारा संचालित प्रकल्पों को जरूर देखना चाहिए। इस मौके पर समाज कल्याण विभाग के सचिव श्री सुब्रत साहू भी उपस्थित थे।