जोगी ने छत्तीसगढ़ को पीछे खदेडा : नंद कुमार साय

सिंहदेव का बयान मेरी नजर में गलत नहीं -साय

शायद अखिलेश तो पार्षद चुनाव भी हार चुके है : साय

  • पत्रकार दीपक सराठे से विशेष मुलाकात 

अम्बिकापुर 13 दिसम्बर

छत्तीसगढ़ के वरिष्ट राज्य नेता राज्य सभा सांसद नंद कुमार साय ने कांग्रेस पर अन्र्रगल बयान जारी करने का आरोप लगाते हुए एक लाइन में कहा है कि कांग्रेस लोक सभा को पराजित नहीं कर सकते परन्तु राज्य सभा को जानबूझकर चलने नहीं देना चाहते ।इससे जनता के बीच न केवल कांग्रेस की छवि खराब हो रही है अपितु कांग्रेस अपने बची – खुची जनाधार को खत्म करने के रास्ते पर अग्रसर है। श्री साय लोक सभा के निरंतर बाधित होने पर बेहद व्यथित दिखे ।उन्होंने कहा की लोक सभा व राज्य सभा जनता के हित में लगातार जारी रहे ।यह जिम्मेदारी पक्ष एवं विपक्ष दोनों की है। श्री साय आज नगर के वरिष्ठ पत्रकार के निवास पर रात्रि भोजन के दौरान पत्रकार दीपक सराठे से विशेष रूप से बात कर रहे थे । उन्होने ढेर सारे मुद्दों पर चर्चा के दौरान यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ के भावी मुख्यमंत्री पर नेता प्रतिपक्ष टी.एस सिंह देव द्वारा दिया गया बयान कहीं से भी मेरी नजर में गलत नही हैं। श्री जोगी ने छत्तीसगढ़ को कितना पीछे खदेडा है इसका आंकलन कांग्रेसी अपने दिल पर हाथ रख कर करें ,और जहां तक मोतिलाल बोरा जी की बात है तो छत्तीसगढ़ की राजनीति में उन्हें सन्यास लिए हुुए लंबा अरसा गुजर चुका है। अब तो वे अपने घर में भी मेहमान की तरह  ही आते है। छत्तीसगढ़ को उन्होंने अपने पुत्र की तरह देखा है, न कि उसके राजा की तरह। तो उसकी नाराजगी उनके बयान से कही देखने जैसी नहीं मिली । श्री जोगी का झंलाना तो लाजमी है क्यो कि वे अपने ही घर में (कांग्रेस ) हासिये पर बैठे है।

गौरतलब है कि टीएस सिंह देव ने गत दिनों पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा था कि भावि मुख्यमंत्री के मामले में मोतीलाल बोरा व अजीत जोगी का का समय  खत्म हो चुका है।  इसी दौरान उन्होेंने मुख्यमंत्री का नाम गिनाते हुए स्वयं का भी उल्लेख कर दिया था।  जिससे छत्तीसगढ की राजनीति में भारी भूचाल आ गया था और छत्तीसगढ़ से राज्य सभा सांसद मोहनिसा किदवई व मोतीलाल बोरा जी को बयान जारी करना पड़ गया ।श्री साय आज बेहद बिन्दास मिजाज में दिखे । उन्होेंने अपनी एक कविता के माध्यम से कहा कि ’’निर्माणों के पावन युग में हम चरित्र निर्माण न भूलें , शील विनय आदर्श श्रेष्ठता सार बिना श्रृंगार नहीं है। शिक्षा का स्वर साध सकेगी यदि नैतिक आधार नहीं है, संस्कृति का सम्मान न भूलें ’’।

सरगुजा राज्य की राजनीति पर उन्होंने कहा कि सरगुजा जिले में भाजपा को अपनी पूर्व प्रतिष्ठा  प्राप्त करने के लिए नए सिरे से सघर्ष करना होगा । 8 मे से 7 विधानसभा सीटें हारने के बाद भाजपा सरगुजा को नए सिरे से चिंतन करना  ही चाहिए ।अखिलेश सोनी अभी अध्यक्ष बने है, इनकी जिम्मेदारियां बढ़ी हैं। मैने सुना है कि ये पार्षद का चुनाव हार चुके है। उन्होने कहा कि मुझे अपने घरेलू मुद्दो पर ज्यादा बात नहीे करनी है, मोदी जी के नेतृत्व में देश ने निरंतर आर्थिक मामलों में तरक्की के मुकाम तय किये है। जापान के सहयोग से 98 हजार  लागत से बुलेट ट्रैन का  चलना अपने आप में भारत की सबसे बडी उपलब्धि है।सरगुजा जिले के संन्दर्भ में व्यक्तिगत रूप से पूछे गए सवाल पर वे खिन्न मन जवाब देते हुए दिखे । उन्होंने कहा कि हर घर की अपनी – अपनी बात होती है।