मांदर की थाप पर थिरकी संस्कृति..उरांव समाज के करमा नृत्य प्रतियोगिता में लोगों का मन मोहा

अम्बिकापुर

नगर के नवापारा स्थित जुबली मेमोरिएल स्कूल में आज उरांव समाज की संस्कृति ने लोगों का मन मोह लिया। रंग बिरंग पारंपरिक परिधान में मांदर की थाप पर थिरकते लोगों ने एक साथ पारंपरिक करमा नृत्य करते हुये एकता का संदेश दिया। करमा नृत्य प्रतियोगिता उरांव समाज के द्वारा आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 20 दलों ने उत्साह के साथ अपनी भागीदारी दिखाई। मांदर की थाप व करमा नृत्य से पूरा माहौल उरांव संस्कृति से परिपूर्ण नजर आया। समाज के लोगों की एकजुटता व मांदर की थाप को देख इस प्रतियोगिता में पहुंचे मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक व नेता प्रतिपक्ष विधानसभा टीएस सिंहदेव भी अपने को रोक नहीं पाये। अतिथियो ने भी इस पारंपरिक संस्कृति का लुत्फ उठाते हुये अपने आप को करमा नृत्य में सरीख किया।

आयोजन  के दौरान श्री सिंहदेव ने करमा संस्कृति में एकजुटता व एकता की तारीफ करते हुये समाज के लोगों को हमेशा इस संस्कृति को जीवित रखने की बात कही। कार्यक्रम में सीतापुर विधायक अमरजीत भगत ने कहा कि करमा संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिये ऐसा आयोजन बहुत जरूरी है। हम अपनी संस्कृति व ऐसे रिवाजों को अगर भूला देंगे तो हम भी विलुप्त हो जायेंगे। उरांव संस्कृति में करमा का स्थान बहुत बड़ा है। समाज में इसकी बड़ी मान्यता है। इस दौरान महापौर डॉ. अजय तिर्की व पूर्व महापौर प्रबोध मिंज ने भी अपने उद्बोधन से समाज व संस्कृति को हमेशा एकजुट होकर रहने व उसका आयोजन करने की बात कही। फा. देवनिश खाखा ने करमा के महत्व के बारे में विस्तार से उपस्थित लोगों को बताया। इस दौरान समाज जिला पंजीयक निर्मल तिर्की, प्राचार्य डाईट आनंद एक्का सहित अन्य अतिथि व निर्णायक मंडल में अधीक्षक लोयला छात्रावास फा. ग्राबिएल, फा. राकेश बड़ा, फा. रेमिश, फा. रोबर्ट, सि. मंजू सहित अन्य उपस्थित थे।