डॉ महंत की अंतिम इच्छा का फैसला हाई कमान के पास… आखिर इस बयान के पीछे क्या है राज…!

जांजगीर चाम्पा। छत्तीसगढ़ विधानसभा के  अध्यक्ष डॉ.चरण दास महंत अपने बिलासपुर दौरे पर इमोशनल बयान देकर लोगों के मन में दया रूपी तीर छोड़ दिए है। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि मेरी अंतिम इच्छा राज्यसभा जाने की है,मैं यह काम मरने से पहले करना चाहता हूं। हालांकि इसका फैसला हाईकमान को करना है। इस बयान के भाव से ही समझ आ जाता है कि डॉ महन्त बहुत ही गंभीर भाव से यह बात कहीं है। डॉ महन्त कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है। उनकी राजनीति सफर की बात करे तो लंबी फहरिस्त है। केंद्र से लेकर राज्य में कई पदों पर रहे है।

अब जब जैसे- जैसे राज्यसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही है प्रदेश में दावेदारों के चेहरे भी सामने आ रहै है। हॉलाकि प्रियंका गांधी का नाम भी छत्तीसगढ़ से राज्यसभा के लिए चर्चा में आ रहा है। ज्यादातर देखा गया है कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की इच्छा उम्र के एक पड़ाव में आने के बाद ही राज्यसभा सीट की ओर आकर्षित होती है । राज्यसभा जाने के लिए सत्ताधारी पार्टी के विधायक द्वारा चुने गए सदस्य को राज्यसभा भेजा जाता है । डॉ चरणदास की धर्मपत्नी कोरबा से लोकसभा सांसद हैं । डॉक्टर चरण दास महन्त अगर राज्यसभा के लिए निर्वाचित होते हैं तो पति ,पत्नी दोनो सांसद हो जायेंगे। वही राज्य सभा जाने के बाद सक्ति विधानसभा सीट खाली हो जाएगा। जिसके लिए डॉ महंत अपने पुत्र सूरज महन्त को तैयार कर रहे है। हालांकि यह आसान नही होगा। एक ही परिवार के सदस्यों को ही पार्टी मौका दे।

डॉ महन्त के इस बयान के बाद लोगों में कई प्रकार की प्रतिक्रिया सामने आ रही है।  इस बयान के क्या मायने निकल सकते हैं यह आने वाले समय पर दिखेगा। लेकिन डॉ महंत समय -समय राज्य सभा जाने की इच्छा जरूर बयां करते रहते है। जून में छत्तीसगढ़ के राज्यसभा की कार्यकाल समाप्त हो जाएगी। वही अभी  कांग्रेस में संख्या बल के हिसाब से राज्यसभा की दो सीटें है।  2023 में  राज्य में  विधानसभा चुनाव होने हैं ।

यदि कांग्रेस दोबारा सत्ता में लौटती है तो राज्यसभा की पांचवीं सीट भी भाजपा के हाथ से निकल सकती है । लेकिन यदि बीजेपी सत्ता में वापसी करती है तो उस समय जो भी विधायकों की संख्या रहेगी। उस हिसाब से यह सीट बच जाएगी और नई सीटें भी मिल सकती है। छत्तीसगढ़ से दो राज्यसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं । मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा आरओ और अवर सचिव दिनेश त्रिवेदी को एआरओ नियुक्त किया है । बताया गया है कि चुनाव की प्रक्रिया 10 जून के पहले पूरी की जाएगी ।