Chhattisgarh: कच्चा मांस खाने का शौक पड़ा महंगा, गले में अटक गई बकरे की आंख, हर कोई हैरान, जानें- पूरा मामला

Surajpur News: नर्सरी में पार्टी, बकरे की आंख, और मौत की नींद सो गया शख्स, साथियों की नहीं मानी बात, बकरा बना मौत का वजह, अब परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल… दरअसल, यह कहानी छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर जिले की है, यहां तीन साथी बकरे (Goat’s Head) का सिर नर्सरी में ले जाकर उसे पका कर खाने की तैयारी में थे. तभी उनमें से एक साथी ने बकरे की आंख को कच्चा खाने की इच्छा जताई और निगल गया और यही बकरे की आंख उसके जान की दुश्मन बन गई और आखिर में जान भी ले ली. आनन-फानन में जब शख्स की बकरे की आंख खाने के बाद हालत बिगड़ी, तो उसे बाइक में बैठाकर अस्पताल ले जाया गया, तो वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने भी जवाब दे दिया.

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दरअसल, सूरजपुर जिले के रामानुजनगर (Ramanujnagar) थाना इलाके के मदनपुर गांव से बागर सिंह, राकेश और एक अन्य साथी जिले के प्रसिद्ध खोपा धाम (Khopa Dham) से एक बकरे का सिर लाए और उसे पकाकर खाने के लिए सूरजपुर जिला मुख्यालय के समीप ग्राम पर्री के नर्सरी में गए. वहां जाने के बाद तीनों बकरे के सिर को काटकर पकाने की तैयारी में थे. इसी बीच बागर सिंह (45 वर्ष) बकरे की आंख को कच्चा खाने की बात कही. तब उसके साथियों ने उसे कच्चा खाने से मना किया, फिर भी वह नहीं माना और बकरे के कच्चे आंख (Goat’s Eye) को निगल गया. लेकिन बागर सिंह को नहीं पता था कि कच्चा मांस खाना उसे इतना महंगा पड़ जाएगा, और हुआ भी कुछ ऐसा, कुछ देर बाद बागर साय की सांसे रुक गई और दुनिया को अलविदा कह गया.

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बकरे (Goat) की आंख को कच्चा खाने के बाद जब उसकी हालत बिगड़ रही थी. तब उसके साथ मौजूद राकेश और एक अन्य युवक ने उसे पानी पीने को कहा था, लेकिन बागर सिंह (Bagar Singh) ने पानी पीने से मना कर दिया. इसके बाद अचेत हो गया. तब उसे बाइक में बैठाकर जिला अस्पताल सूरजपुर (Surajpur Hospital) लाया गया. जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी परिजनों को दी गई, जिसके बाद परिवार में मातम पसर गया है. वहीं बकरे का कच्चा आंख खाने से मौत की यह घटना जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है.

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मृतक के साथी राकेश ने बताया कि बकरे की आंख खाकर उनकी मौत हो गई. मैंने मांस काटा और बकरे के मस्तिष्क और उसकी आंख को निकालकर रखा. इसी दौरान बागर सिंह ने कहा इसको कच्चा खाऊंगा और उठाकर खा गए. जो आंख उनके गले में फंस गई. तब उन्हे पानी पीने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने नही पिया. उसके बाद तबियत बिगड़ गई. डॉक्टर स्वप्निल गुप्ता ने बताया कि जो मरीज आए थे. वे कच्चा मांस खा रहे थे. उन्होंने बकरे के आंख को भी खाने का कोशिश किया. संभावना है कि बकरे का आंख गले में फंस गया. जिसके कारण उनकी मौत हो गई.