पढ़िए-सरगुजा पुलिस के लिए फेसबुक कैसे बना मददगार..

सरगुजा पुलिस के लिए मददगार बना फेसबुक 

जिले में फेसबुक से गम इंसान रिकवर की पहली सफलता 

अम्बिकापुर – एक वर्ष पूर्व ग्राम सुवार पारा थाना बतौली से दो लड़के राजकुमार एक्का और अनिल कुमार(परिवर्तित नाम) केन मेमोरियल हाॅस्टल सुर्या पारा थाना सीतापुर जानेके लिए अपने घर से निकले थे। लेकिन दोनों ही ना हाॅस्टल पहुंचे और ना ही वापस घर आये..  लिहाजा हाॅस्टल अधीक्षक ने परिजनों को फोन कर दोनों बालकों के हाॅस्टल नहीं पहुंचने की जानकारी दी। जिसके बाद परिजनों द्वारा थाना बतौली आकर इसकी सूचना दी गई। मामला नाबालिक बच्चों के गुम होने से संबंधित होने के कारण बतौली पुलिस ने तुरंत ही मामले में अपराध पंजीबद्ध कर बालकों का पतासाजी शुरू कर दी।

मामले में दो नाबालिक बच्चों के एक साथ गुम होने से क्षेत्र में स्थिति संवेदनषील हो रही थी तथा इस संबंध में छ.ग. विधान सभा में प्रष्न भी उठ चुका था। पुलिस द्वारा लगातार गुम बालकों की पता तलाष सरगर्मी से की जा रही थी, इसी बीच एक सप्ताह बाद उन दो बच्चों में से एक को जषपुर से वापस लाने में सफलता पुलिस को सफलता हाथ लग गई थी। लेकिन दुसरे बालक का कोई पता नहीं चल पा रहा था। पुलिस टीम द्वारा उक्त बालक की पता तलाष के लिए भी सभी संभव स्थान पर जाकर पता तलाष करने पर कोई जानकारी नहीं मिली। इस मामले में पुलिस एक बार असम जाकर भी टीम वापस आ चुकि थी। लेकिन दूसरे गुम बालक का कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा था। इसी बीच नवपदस्थ थाना प्रभारी अविनाष सिंह को मुखबिरों से सूचना मिली की राजकुमार एक्का (परिवर्तित नाम) फेस बुक चला रहा है। उक्त सूचना पाते ही एक टीम बनाकर उक्त गुम बालक की पता तलाष के लिए जिला सायबर क्राईम सेल को निर्देषित किया गया। सायबर क्राईम सेल टीम द्वारा फेसबुक की जानकारी प्राप्त की गई।  जिसमें एक मोबाईल नम्बर मिला जिससे उक्त फेसबुक अकाउंट का संचालन किया जा रहा था। और फिर पुलिस ने उस मोबाईल नम्बर के टाॅवर लोकेषन के आधार पर पुलिस टीम रवाना की, तथा ग्राम झरिया जिला धनबाद झारखण्ड से 11 जून को गुम बालक राजकुमार एक्का (परिवर्तित नाम) को वापस लाने में सफल हुई और परिजनों को सुपुर्द किया गया।

घर से भागने का कारण राजकुमार से पूछे जाने पर उसने बताया की  पढ़ाई में मन नहीं लगने की वजह से वह भाग गया था और धनबाद जा कर ट्रक में खलाशी का काम कर रहा था। फेसबुक के आधार पर गुम बालक को वापस लाने की यह पहली कार्यवाही सरगुजा जिले में की गई है। उक्त कार्यवाही में थाना बतौली से निरी. अविनाष सिंह, स.उ.नि. परषुराम पैकरा आर. परवेज फिरदौसी तथा जिला सायबर क्राईम सेल से प्रभारी अधिकारी उ.नि. धरमनारायण तिवारी, प्रधानआरक्षक धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, अंषुल शर्मा, कुंदन सिंह, विरेन्द्र पैकरा, स्मीता रागिनी सक्रिय रहे।