अम्बिकापुर : आखिरकार पकड़ा गया डराने वाला ये जीव… शहरवासियों की उड़ा दी थी नींद…नाली तोड़कर किया गया रेस्क्यू…

अम्बिकापुर। स्नेक मैन सत्यम ने आज फिर एक ऐसा जंगली जीव का रेस्क्यू किया है। जो पिछले कई दिनो से वन विभाग और नगर निगम की टीम के साथ क्षेत्र वासियो के लिए दहशत का केन्द्र बना था। इधर सत्यम के रेस्क्यू मे पकडे गए मॉनिटर लिजार्ड को सत्यम ने वन विभाग को सौंप दिया है.. और वन विभाग की टीम ने इस मॉनिटर लिजार्ड को इसके अनूकूल जंगल मे छोड दिया है।

अम्बिकापुर शहर के मोमिनपुरा इलाके मे पिछले 15 दिनो से एक मॉनिटर लिजार्ड घूम रहा था। देशी भाषा मे गोह कहे जाने वाले इस जानवर से इलाके के लोग दिन-रात दहशत मे रहते थे… लेकिन इसके रेस्क्यू के पहले हम आपको बताते हैं कि शहर मे भटक कर पहुंचा ये जानवर इंसानो के साथ कैसा व्यवहार करता है।

“ये इंडियन मॉनिटर लिजार्ड है और ये जंगलों में पाया जाता है। चूंकि शहर में पहली बार दिखा है। इसलिए कौतूहल का विषय है। ये करनिवर्स होता है, ये चूहा, मेढ़क, मुर्गी के अंडे… इस तरह की चीजें खाता है। लेकिन ये शर्मिला जानवर है। जो आदमी को देखकर भागता है और कभी आदमी को नुकसान नहीं पहुंचाता है। इसकी उम्र लगभग 17-18 साल होती हैं और लगभग 2 मीटर लंबा होता है। ये पेड़ पर आसानी से चढ़ता है और चिड़िया और अन्य पक्षियों के अंडे को खा जाता है और जीवन यापन करता है।”

डॉ० सी०के० मिश्रा, वरिष्ठ पशु चिकित्सक

करीब 2 मीटर के इस जानवर की आयु 17 से 18 साल की होती है… और इंसानो पर ये हमला नहीं करता है.. और पेड मे चढ कर चिडियों के अंडे खाकर ये अपना जीवन यापन करता है.. खैर इस जानवर के अम्बिकापुर मे मोमिनपुरा इलाके मे देखे जाने के बाद मोहल्ले के बच्चे इसे देखते ही बचपना करने लगते थे… औऱ लोगो की भीड जमा हो जाती थी.. जिसके बाद कुछ बच्चो ने इस जानवर की मोबाईळ मे ली फोटो वार्ड के कुछ जिम्मेदार जनप्रतिनिधियो को दिखाई.. तब वार्ड पार्षद ने इसकी जानकारी वन विभाग और नगर निगम की टीम को दी.. लेकिन इसकी जानकारी के बाद तीन दिनो तक चलाए आपरेशन मानिटर लिडार्ड मे भी इस गोह को पकडा नहीं जा सका…

काफी शर्मिले स्वाभाव के जानवर मानिटर लिजार्ड के रेस्कुय करने के लिए जिले के डीएफओ ने स्नेक मैन सत्यम को फोन किया औऱ सत्यम ने भी अपनी सामाजिक दायित्व को निभाते हुए.. वन विभाग की मदद से काफी मशक्कत के बाद गोह का रेस्कयु किया.. इधर सत्यम भी मानते हैं कि ये इंसानो के लिए घातक नहीं होता है.. और अगर काटता भी है तो इंसान को वैक्टेरियल इंफेक्शन हो सकता है..

एक दिन पहल कुंए से खतरनाक कोबरा का रेस्कुय के बाद सत्यम ने मानिटर लिजार्ड यानी गोह या फिर विशखोपडा का रेस्कुय किया है… बहरहाल खतरनाक से खतरनाक सांपो का सुरक्षित रेस्कयु करने के बाद सत्यम ने इस आपरेशन मे गोह का रेस्कयु कर 15 दिनो से दहशत के साए मे जी रहे लोगो को दहशत से बाहर निकाल दिया है.. जिससे लोग सत्यम की जमकर तारीफ कर रहे हैं….