चिरमिरी में जल आवर्धन योजना की जमीनी हकीकत : हवा में योजना

  • …तो क्या इन गर्मियों में भी अधूरी रह जाएगी प्यास!

कोरिया(चिरमिरी से रवि कुमार)

चिरमिरी जल आवर्धन योजना अधर में लटकी है, और जलमीनार बनाने का काम भी पूरा नहीं हुआ है, ऐसे में आने वाली गर्मियों के लिए सरकार की तैयारियों पर सवाल उठने लाजि़मी हैं।

फरवरी का महीना खत्म होने को  है और गर्मी ने भी अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिये हैं। धीरे-धीरे गर्मी और बढे़ेगी और ऐसे में सूखे गले को पानी की दरकार होगी। हालांकि चिरमिरी जल आवर्धन योजना में जलापूर्ति योजना की मौजूदा स्थिति देखकर तो यही लगता है कि इस गर्मी में भी प्यास बुझने के आसार बडे कम हैं। गर्मी के मौसम में पानी की समस्या कोई नई बात नहीं है। पिछले कुछ सालों में जलापूर्ति के लिए बनाई गई योजनाओं से स्थिति बेहतर होने की उम्मीद जरूर थी, लेकिन उनमें से करीब 34 करोड़  रुपये की योजना के पूरा न होने से जलसंकट की स्थिति अभी भी बरकरार है।

 

  • योजना का संक्षिप्त विवरण

चिरमिरी आवर्धन जल प्रदाय योजना लागत:- 3448.75 लाख
शहर की जंनसंख्या ( 2001 की जनगणना) 102034
मानक अनुसार जल की आवष्यकता:- 23.722 मिलियन लीटर
प्रतिदिन
वर्तमान जल प्रदाय योजना की क्षमता:- 12.5 मिलियन लीटर
प्रतिदिन
अतिरिक्त जल की आवष्यकता :- 11.22 मिलियन लीटर
प्रतिदिन
चिरमिरी आवर्धन योजना की क्षमता:-12.00 मिलियन लीटर
प्रतिदिन
आवर्धन योजना उपरान्त कुल क्षमता:- 24.50 मिलियन लीटर
प्रतिदिन
प्रति व्यक्ति जल प्रदाय:- 135 लीटर प्रतिदिन

लाभान्वित क्षेत्र:- समस्त चिरमिरी क्षेत्र

 

  • आवर्ध योजना के अंतर्गत प्रस्तावित कार्य

1.    स्त्रोत:- दुबछोला स्थित निमाणाधीन चिरमिरी जलाषय।
2.    इंटेक वेल:- 8.00 मी व्यास के इन्टेक वेल का निमार्ण  कार्य।
3.    राॅ- वाटर पम्प स्थापित करने का कार्य।
4.    विद्यृत सब स्टेषन का निमार्ण कार्य।
5.    राॅ-वाटर राईजिंग मेन पाईप लाईन का कार्य।
6.    12 एम.एल.डी क्षमता के जल शुद्विकरण संयंत्र(फिल्टर प्लांट) का निमार्ण कार्य ।
7.    क्लियर वाटर पम्प स्थापित करने कार्य:-

जोन क्र 01:- फिल्टर प्लांट से छब्च्भ् स्थित ग्राउण्ड टैंक के लिए जिसमे छब्च्भ्, बड़ बाजार, चिरमिरी, एंव गोदरी पार की टंकियों के लिए  (गे्रवटी फ्लो से)
जोन क्रं. 02:-कुरासिया सम्प वेल से बरतुॅगा ओव्हरहेड टैंक के लिए।
जोन क्र 03:- डोमनहिल सम्प वेल से डोमनहिल टैकों के लिए।
जोन क्र 04:- फिल्टर प्लांट से कोरिया काॅलरी एंव  नार्थ चिरमिरी ( गेल्हापानी) के लिए ।
जोन क्र. 05:-फिल्टर प्लांट से वेस्ट चिरमिरी लिए।
जोन क्र.06:- फिल्टर से जी.एम काम्लेक्स एवं निगम कार्यालय के समीप ओव्हरहेड टेकी के लिए ।

8.    क्लियर वाटर पम्पिंग मेन एंव ग्रे्रवटी मेन के अंतर्गत 450 एमएम से 100 एममए व्यास के 25870 मी पाईप लाईन विस्तार का कार्य ।
9.     जलमीनार टंकी का निर्माण कार्य ।

जोन क्र 01:- बड़ा बाजार      426 कि.ली           01
जोन क्र 02:- बरतुॅगा          160 कि.ली           01
जोन क्र 03:- डोमनहील        245 कि.ली          01
जोन क्र 04 ।रू. कोरिया         428 कि.ली          01
जोन क्र 04 ठरू. नार्थ चिरमिरी    370 कि.ली          01
जोन क्र 05 वेस्ट चिरमिरी        865 कि.ली          01

राज्य सरकार के नगर विकास विभाग के आंकडों के अनुसार, 2010 में जलापूर्ति की 34  करोड़ की लागत वाली जो योजना शुरू की गई थी, वो पूरी नहीं हो पाई। इसके बाद 2012 में योजना की लागत बढाकर 53  करोड़ लगभग की गई, पर ये जानकर आपको हैरानी होगी कि जलापूर्ति की इस योजना के लिए अभी तक सिर्फ 10 करोड़ रुपये ही खर्च किए गए हैं। ऐसे में  जनता के लिए पानी का संकट इस साल भी कम नहीं होने वाला है। कई वार्ड में तो हैंडपंप भी खराब हो चुके हैं।

जलमीनार बनाने का काम भी अधूरा पड़ा है
गर्मी का मौसम आ चुका है। मर्च-अप्रैल तक तापमान में और वृद्धि होगी, लेकिन पीने के लिए पानी का पुख्ता इंतजाम नहीं दिख रहा। अभी तक एक भी जलमीनार पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हुआ है और जो बने भी है ओ अधुरे है। जबकि जलापूर्ति योजना के मुताबिक इन्हें 40 वार्डों में बनाया जाना था। यही नहीं जलापूर्ति के लिए 15000 मीटर तक पाइपलाइन बिछाई जानी थी, इनमें से कुछ हिस्सों में काम तो बेशक हुआ है लेकिन एक बड़ा हिस्सा अब भी पाइपलाइन का काम पूरा होने की बाट जोह रहा है। कुल मिलाकर स्थिति यह है कि 54 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी स्थिति जस की तस है।

  • जलसंकट को लेकर चिरमिरी वसियों की राय

बलराम राय, हल्दीबाड़ी निवासी
पानी की समस्या को लेकर हर साल ज्यादातर गर्मी के मौसम में ही प्रदर्शन, सडक जाम और आगजनी की जाती है, फिर भी सरकार इस भीषण समस्या को लेकर बहुत ज्यादा गंभीर नहीं दिख रही है। इस साल भी लगता है कि काफी दिक्कत होने वाली है ।

नवीन शर्मा
छात्र का कहना है, नगर निमग में रहने के बाद भी गर्मी के दिनों में कई बार मोटर ठप्प होने के कारण हमें तीन-चार दिनों तक पानी नहीं मिलता। ऐसे में हमारी पढाई से लेकर अन्य कार्य बाधित होते हैं।

 विजय , वेस्ट निवासी
कहते हैं, पुरानी पाइपलाइन में कई खराबियां हैं, पाइप जहां-तहां टूटे पडे़ हैं जिसके कारण हमें गंदा पानी पीना पड़ता है, नतीजतन सेहत खराब होती है। टूटे हुए पाइपों की वजह से पानी की बर्बादी भी बहुत होती है, इसलिए नई पाइपलाइन बिछाने की सख्त ज्रुरत है।