CG: जब बीट गार्ड ने कहा जंगल बड़ा है, जान का खतरा भी है साहब… तब DFO झा के निर्देश पर हो गई कार्यवाही.. 9 आरोपी पहुँचे जेल..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार).. जिले में जंगल की जमीन पर अतिक्रमण करने के लिए सैकड़ो हरे भरे पेड़ो की कटाई का मामला सामने आया है..यही नही पेड़ो की अवैध कटाई के बाद पेड़ो पर गार्डलिंग कर दिया गया है.. जिसके कारण कुछ ही दिनों में हरे भरे विशाल पेड़ खड़े-खड़े सुख जाएंगे..ग्रामीण जंगल की जमीन पर अतिक्रमण कर उसमें खेती भी कर रहे है..तो कुछ ग्रामीण इसके लिए सरकार और वन विभाग को दोषी ठहरा रहे है..वही मामला सामने आने के बाद वन विभाग ने 09 आरोपियों को लोक संपति अधिनियम के तहत कार्यवाही की है..जिन्हें जेल भेज दिया गया है!..

दरअसल यह पूरा मामला कुसमी वन परिक्षेत्र के बैरडीह गांव से लगे हुए जंगल का है..जहाँ पर ग्रामीणो ने वन भूमि पट्टा मिलने की लालच में जंगल मे करीब 100 से अधिक छोटे-बड़े, हरे-भरे पेड़ो की कटाई कर के उसमें अतिक्रमण करने का प्रयास कर रहे है..इसके साथ ही ग्रामीणो द्वारा जंगल के अंदर विशाल हरे- भरे पेड़ो की गार्डलिंग भी कर दी गई है..जिसके कारण पेड़ कुछ ही दिनों में सुख कर गिर जाएंगे..ग्रामीणों ने जंगल की जमीन पर पेड़ो की कटाई के बाद उसमें खेती भी शुरू कर दी है..वही पेड़ो की अवैध कटाई को लेकर कुछ ग्रामीण नाराज है और उनका कहना है कि सरकार द्वारा वन भूमि का पट्टा दिया जा रहा है.. जिसके लालच में पेड़ो की अवैध कटाई कर जंगल की जमीन पर अतिक्रमण करने की होड़ मची हुई है..इसके लिए वन विभाग में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा देखरेख का अभाव है..और यही कारण है..की आज ग्रामीण जंगल की कटाई कर जमीन में खेती कर रहे है..

बैरडीह फारेस्ट बीट के इंचार्ज का पूरे मामले में अलग ही तर्क है..”उनका कहना है कि कार्यक्षेत्र बडा होने के कारण जंगल की रक्षा कर पाना सम्भव नही है.. जंगल के भीतर जाने में उनको ग्रामीणो से खतरा भी महसूस होता है”..इधर मामला उजागर होने के बाद अब डीएफओ विवेकानंद झा के निर्देश पर जंगल की अवैध कटाई के मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ चार अलग अलग धाराओं में कार्यवाही की गई है!..