अम्बिकापुर. अक्सर रेगिस्तान में दिखने वाला ऊंट अगर गांव या शहरों में दिख जाए तो चर्चा का विषय बन जाता है. ऐसा ही सरगुज़ा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में हुआ, जहां एक ऊंट पालक ऊंट लेकर अम्बिकापुर के रास्ते उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर जा रहा था. इस दौरान ऊंट जिन रास्तों से गुजरा वहाँ के लोग अपने घरों के छत से ऊंट देखने का आनंद लेते नज़र आए. लेकिन लॉकडाउन में ऐसे विशालकाय पशु को देख कर लोग खुश तो हुए. लेकिन ऊंट के पैर पर जख्म था. जिसके उपचार के लिए अम्बिकापुर के गांधी चौक पर तैनात यातायात के जवान में दवाई खरीद कर दिया.
ऊंट पालक के मुताबिक़ वह ओडिशा के सुंदरगढ़ से उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर जा रहा था. इस दौरान आज अम्बिकापुर के गांधीचौक में रुका था. जहां ड्यूटी पर तैनात यातायात पुलिस के जवान अभिषेक सिंह राजपूत ने ऊंट के मालिक से पूछताछ की. ऊंट के ऊपर गर्मी से बचाने के लिए प्लास्टिक, खाद्य सामग्री व अन्य जरूरत का सामान लदा हुआ था. इसी दौरान यातायात जवान ने लंबे सफर और ऊंट के पैर पर ज़ख्म का निशान देख कर उसके लिए दवाई खरीदकर दिया. जिसके बाद ऊंट मालिक ऊंट लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गया.