सरगुज़ा में बर्ड फ़्लू : 22 हज़ार मुर्गे-मुर्गियों को दफ़नाया गया… रैपिड रेस्पोंस टीम का गठन

अम्बिकापुर। शहर से लगे सकालो स्थित शासकीय कुक्कुट फार्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद आज शासकीय कुक्कुट फार्म में रखे गए करीब 22 हजार मुर्गे-मुर्गियों को दफना दिया गया। शहर के मटन मार्केट स्थित मुर्गा दुकानों को बंद करा दिया गया है। वहीं सरगुज़ा में बर्ड फ्लू की पुष्टि की खबर के बाद मटन मार्केट में सन्नाटा पसरा रहा।

दरअसल, सकालो स्थित शासकीय कुक्कुट फार्म के सैम्पल भोपाल भेजे गए थे। जहां पर फार्म की मुर्गो में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि सोमवार देर शाम को हुई। जिसको लेकर कल ही कार्यवाही का खाका तैयार कर लिया गया था। आज सुबह फार्म में रखे गए 21 हजार 930 मुर्गों को सामूहिक रूप से दफनाने के लिए परिसर में ही जेसीबी से गढ्ढा खुदवाकर सभी मुर्गों को दफन कर दिया गया। इस दौरान वहां पर किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक थी।

पशु पालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सरकार द्वारा जारी गाईडलाईन का पालन करते हुए आज फार्म के सभी मुर्गे-मुर्गियों को दफना दिया गया है। अब फार्म के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी पोल्ट्री फार्म में रखे गए मुर्गों को भी इसी प्रकार दफनाया जाएगा। इसके लिए मुर्गी पालकों को केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी।

कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी संजीव कुमार झा ने जिले में बर्ड फ्लू संक्रमण का मामला सामने आने पर इसके रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय रैपिड रेस्पोंस टीम का गठन किया है। उन्होंने बताया है कि शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र सकालो में पक्षियों के किलिंग डिस्पोजल एवं डिसइन्फेक्शन के लिए रैपिड रैस्पोंस टीम बनाया गया है।