नवाचार पद्धति के तहत खेल-खेल में दिया जा रहा है बच्चों को नैतिक शिक्षा का ज्ञान


सीतापुर/अनिल उपाध्याय. नवाचार शिक्षा पद्धति के तहत खेल खेल में स्कूली बच्चों को सामान्य ज्ञान एवं नैतिक शिक्षा का ज्ञान दिया जा रहा है। शासकीय प्राथमिक शाला घुरवाबुड़ा की संस्था प्रमुख आशा सोनी नवाचार शिक्षा पद्धति के जरिये बच्चों को यह ज्ञान दे रही है। इसके लिए उन्होंने शिक्षा के साथ खेल को माध्यम बनाया है। जिसके तहत वो ऐसे खेल का चयन करती है। जिससे बच्चों का बौद्धिक एवं मानसिक विकास हो सके। खेल के अलावा संस्था प्रमुख गीत एवं लघुनाटक के माध्यम से भी बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराती है। जिसके जरिये बच्चों को अपने पाठ्यक्रम के दोहे एवं कहानियों को याद करने में आसानी होती है।

इस संबंध में संस्था प्रमुख आशा सोनी ने बताया कि नवाचार शिक्षा पद्धति बच्चों के कौशल विकास के लिए काफी लाभदायक है। नवाचार के जरिये बच्चों को करीब से हकीकत जानने का अवसर मिलता है। इस पद्धति के जरिये बच्चों को जो भी दिखाया बताया जाता है। वो सारी बातें उनके जेहन में रच बस जाती है। उन्होंने बताया कि इस तरह के नवाचार से बच्चों में एक दूसरे से आगे बढ़ने की होड़ पैदा होती है। इसलिए बच्चे बड़े धैर्य और उत्साह के साथ नवाचार की गतिविधियों में भाग लेते है। नवाचार के जरिये शाला के सभी बच्चों का कौशल विकास हो। संस्था प्रमुख होने के नाते मेरा यही उद्देश्य है।