सरगुजा: गोठानों में कृत्रिम गर्भाधान से नस्ल सुधार के साथ बढ़ रहा दूध का उत्पादन!

अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के गोठानो में  में गाय, भैंस एवं बकरियों में कृत्रिम गर्भाधान कार्य किया जा रहा है। जिससे ग्रामीण पशुपालकों को उन्नत नस्ल के पशु प्राप्त हो रहें हैं। इन उन्नत पशुओं से जिले में दुग्ध उत्पादन में लगातार वृद्धि हो रही है एवं पशुपालकों की आय बढ़ने से  जीवन स्तर में सुधार हो रहा है।

कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार  पशु चिकित्सा विभाग द्वारा  गोठानो में कृत्रिम गर्भाधान का कार्य किया जा रहा है। आदर्श गौठान सरगवां में अब  तक 603 कृत्रिम गर्भाधान किया गया है जिससे 195 उन्नत नस्ल के वत्स उत्पन्न हो चुके हैं। डॉ सी के मिश्र ने बताया कि सरगवां निवासी सुनीति विश्वास पिछले 3-4 वर्ष से डेयरी पालन का काम कर रहीं हैं एवं कृत्रिम गर्भाधान से उत्पन्न वत्सों से उनके यहाँ 20-25 लीटर दूध प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है जिससे उनकों 15 से 20 हजार रूपये की आय प्रतिमाह हो रही है। इसी प्रकार ग्राम सरगवां निवासी अशोक शर्मा ने एक गाय से दुग्ध उत्पादन कार्य शुरू किया था, जो आज उनके पास कृत्रिम गर्भाधान से 10 उन्नत नस्ल की गाय हैं एवं प्रतिदिन 40 लीटर दूध उत्पादन हो रहा है। जिससे उन्हें 30 हजार  रूपये की मासिक आमदनी हो रही है

गौरतलब है कि, कलेक्टर संजीव कुमार झा के द्वारा   सभी गोठान ग्रामो के पशुओँ में  अधिक से अधिक पशुओ में कृत्रिम गर्भाधारण के कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिए गए है। कृत्रिम  गर्भाधान से ग्रामीण क्षेत्र के पशुओं में नस्ल सुधार होने के साथ दूध का उत्पादन भी बढ़ेगा।