सीतापुर/अनिल उपाध्याय। इन दोनों क्षेत्र में पशु तस्कर काफी सक्रिय है जो बेखौफ होकर पशु तस्करी को अंजाम दे रहे है। खुलेआम हो रहे पशुओं की तस्करी से जनता में आक्रोश पनपने लगा है। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस पशु तस्करी पर रोकथाम करे नही तो लोगो का आक्रोश कभी भी फुट सकता है। गौरतलब है कि इन दिनों क्षेत्र में पशु तस्कर काफी सक्रिय हो गए है जो सारे कायदे कानून को ताक पर रखकर निरीह पशुओं की अवैध तस्करी में संलिप्त हैं। पशु तस्करों का ये आलम है कि इनके अंदर न शासन का भय है न प्रशासन का ये अपने मंसूबो को बेखौफ होकर अंजाम दे रहे है। लोगो की माने तो विकासखंड मैनपाट का तराई गाँव पेंट एवं विकासखंड बतौली का तेलाइधार पशु तस्करों का केंद्र बना हुआ है। जहाँ से ये स्थानीय लोगों के सहयोग से पशु तस्करी को बेखौफ होकर अंजाम दे रहे हैं।
सरकार ने क्रूरतापूर्वक पशु तस्करी को लेकर कई सख्त कानून बना रखे है। लेकिन तस्करों के अंदर इसका जरा भी खौफ नही है और ये बड़ी बड़ी वाहनों में पशुओं को क्रूरतापूर्वक ठूंसकर सीतापुर से होते हुए पड़ोसी राज्यों तक ले जा रहे है। विगत लंबे से क्षेत्र में पशुओं की अवैध तस्करी में लिप्त इन तस्करों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नही होने से इनके हौसले इतने बुलंद है कि जो भी इनका विरोध करता है। ये उसके साथ मरने मारने पर उतारू हो जाते है। तस्करों के इस रवैये से क्षेत्र में जनाक्रोश निर्मित होने लगा है जो कभी भी विस्फोटक रूप ले सकता है। ग्रामीणों ने क्षेत्र में होने वाले अवैध पशु तस्करी पर रोकथाम हेतु पुलिस से तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई की माँग की है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
क्षेत्र में बढ़ी पशु चोरी की घटना-
क्षेत्र में हो रहे अवैध पशु तस्करी की वजह से पशु चोरी की घटना में इजाफा हुआ है। पशु तस्कर के पालतू आदमी दूर दराज क्षेत्र से पशु चोरी कर लाते है और उसे तस्करों के हवाले कर देते है। पूर्व में पशु चोरी को लेकर तस्करों एवं ग्रामीणों के बीच कई बार टकराव की स्थिति भी निर्मित हो चुकी है। दोनों पक्ष मरने मारने पर उतारू हो गए थे जिससे कई दिनों तक पेंट एवं उसके आसपास के गाँव मे माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था।
इस संबंध में थाना प्रभारी रूपेश नारंग ने बताया कि पशु तस्करी को लेकर अभी तक ऐसी कोई सूचना थाने को नही है। जब ऐसी कोई सूचना मिलेगी उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई किया जायेगा।